उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह (Dayashankar Singh) ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर हमला बोला है. देवरिया में दयाशंकर सिंह ने कहा कि ‘बीएसपी संस्थापक कांशीराम की मूर्ति का अनावरण हो या कोई कार्यक्रम कर लें, इससे इनको कोई लाभ नहीं मिलेगा. साल 2024 में मोदी सुनामी में ये कहीं टिक नहीं पाएंगे.’
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उन्होंने कहा कि ‘सपा-बसपा पहले मिलकर चुनाव लड़ चुकी हैं और कई बार अलग-अलग तरह से प्रयोग हो चुके हैं और लगातार 2014 से ये हार रहे हैं.’ देवरिया में PWD गेस्ट हाउस पर पत्रकारों से बातचीत संग परिवहन मंत्री ने कहा कि ‘मुलायम सिंह जी की विरासत को अखिलेश जी संभाल नहीं पा रहे हैं.’
रायबरेली में कांशीराम की मूर्ति का अनावरण
आपको बता दें कि लोकसभा 2024 का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे सभी राजनीतिक दल खासतौर से दलित वोटरों को साधने में जुट गए हैं. इसी क्रम में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार को रायबरेली में बसपा संस्थापक कांशीराम की मूर्ति का अनावरण कर दलित वोट बैंक को साधने की कवायद की है.
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कांशीराम की मूर्ति के अनावरण के बाद अखिलेश ने कहा था कि ‘मान्यवर कांशीराम जी ने नई तरह की राजनीति की शुरुआत की थी. उनके साथ जो भेदभाव हुआ उसको देखकर उन्होंने जो शुरुआत की, उससे परिवर्तन आया. उन्होंने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के रास्ते पर चलकर समाज के सबसे पिछड़े तबके के लोगों को जगाने के लिए घर-घर जाकर काम किया.’
‘हम बहुजन समाज को बांधने वाले हैं’
उन्होंने कहा था कि ‘हम बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर और मान्यवर कांशीराम के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं. हम बहुजन समाज में सेंध लगाने नहीं, बहुजन समाज को बांधने वाले हैं. नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव और मान्यवर कांशीराम ने देश में एक नई तरह की राजनीति शुरू की थी. ‘
अखिलेश ने कहा था कि ‘समाजवादी आंदोलन में डॉ. राममनोहर लोहिया ने जो रास्ता दिखाया था, वह वही रास्ता है जो बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर और मान्यवर कांशीराम जी का है.’
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