पिछले दिनों ‘यूपी में का बा’ कर चर्चाओं में आईं लोकगायिका नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उनके पति हिमांशु वजह बने हैं. दरअसल, कानपुर देहात में हुए अग्निकांड को लेकर नेहा सिंह राठौर ने ‘यूपी में का बा सीजन 2’ के नाम से एक गाना गाया था. इस गाने में उन्होंने कानपुर देहात की डीएम पर तीखा कटाक्ष किया था.
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नेहा सिंह राठौर ने अपने अंदाज में गाया था कि ‘बाबा की डीएम तो बड़ी रंगबाज बा, कानपुर देहात में ले आई राम राज बा. बुल्डोजर से रौंदते दीक्षित के घर बार बा. यही बुलडोजर पर बाबा के नाज बा.’
बता दें कि 13 फरवरी की शाम को कानपुर देहात जिले के रूरा थाना इलाके के मडौली गांव में अतिक्रमण-रोधी अभियान के दौरान प्रमिला दीक्षित (45) और उनकी बेटी नेहा दीक्षित (20) ने कथित तौर पर अपनी झोपड़ी में खुद को आग लगा ली जिससे दोनों की मौत हो गई थी.
‘यूपी में का बा सीजन 2’ गाने के बाद नेहा सिंह राठौर को कानपुर देहात पुलिस की तरफ से एक नोटिस जारी किया गया था. नोटिस में नेहा सिंह राठौर पर ‘यूपी में का बा सीजन 2’ के जरिए समाज में वैमनस्य फैलाने का आरोप लगा था.
इस बीच नेहा सिंह राठौर के पति हिमांशु को दृष्टि आईएएस ने नौकरी से निकाल दिया था. इसको लेकर नेहा सिंह राठौर ने आरोप लगाया था कि पुलिस की तरफ से उन्हें नोटिस मिलने के बाद उनके पति को सरकारी दवाब में दृष्टि आईएएस की नौकरी से निकाला गया.
नेहा सिंह राठौर ने कहा था कि ‘मैं क्यों न मानूं कि हिमांशु की नौकरी सरकारी दबाव में छीनी गई है. दृष्टि संस्थान का ये दावा पूरी तरह गलत है कि मुझे नोटिस मिलने से पहले ही हिमांशु को संस्थान से निकाल दिया गया था. मुझे 21 फरवरी को पुलिस का नोटिस मिला था तो वहीं हिमांशु ने अपना इस्तीफा 24 फरवरी को दिया था.’
अब इसी पूरे विवाद को लेकर दृष्टि आईएएस के हेड विकास दिव्यकीर्ति ने अपना पक्ष रखा है.
इंडिया टुडे ग्रुप के दी लल्लनटॉप से बात करते हुए दृष्टि आईएएस के विकास दिव्यकीर्ति ने कहा है कि ‘नेहा सिंह राठौर जो काम कर रही हैं, हम उनका सम्मान करते हैं. हमारी संस्था भी उनका सम्मान करती है. विकास दिव्यकीर्ति ने आगे कहा कि हमारी संस्था में मनमानी तरीकों से फैसले नहीं लिए जाते हैं. यहां तक की अगर मैं भी किसी को हटाना चाहू तो नहीं हटा सकता. हमारे यहां नियमों और कायदों से ही सारा काम होता है.’
‘ठोस आधार के बिना किसी को नहीं हटा सकते’
इंडिया टुडे ग्रुप के दी लल्लनटॉप से बात करते हुए विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, “हमारी संस्था अपने किसी भी कर्मचारी को नहीं हटा सकती जबतक कि हमारे पास ठोस आधार न हो. कुछ कारण थे जिसके बाद हमने ये फैसला लिया था. ये फैसला हमारी टीम का था. मेरा इन चीजों में कम ही हस्तक्षेप रहता है.”
‘संयोग से फैसले के 1 दिन बाद ही आ गया नोटिस’
विकास दिव्यकीर्ति ने आगे कहा कि ‘जिस दिन उनको नौकरी से निकाले जाने का फैसला हमारी टीम ने लिया उसके अगले दिन ही नेहा सिंह राठौर को पुलिस का नोटिस मिल गया. ये महज संयोग है कि दोनों चीजे एक साथ हो गईं.’
विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि ‘कोई आरोप लगाना चाहे तो लगाए, लेकिन मुझे नहीं लगता कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री के पास इतना समय होगा कि वह इन चीजो में दखल देगा. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें आज तक किसी भी राजनीतिक दल ने किसी भी प्रकार का दवाब नहीं डाला है.’
अब आइए इस पूरे विवाद की टाइमलाइन देख लेते हैं…
13 फरवरी: कानपुर देहात में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान प्रमिला दीक्षित (45) और उनकी बेटी नेहा दीक्षित (20) ने कथित तौर पर अपनी झोपड़ी में खुद को आग लगा ली जिससे दोनों की मौत हो गई.
16 फरवरी: नेहा सिंंह राठौर ने ‘यूपी में का बा सीजन 2’ गाना लॉन्च किया. इसमें उन्होंने कानपुर देहात में हुए अग्निकांड पर योगी सरकार को जमकर घेरा.
21 फरवरी: नेहा सिंंह राठौर को कानपुर देहात पुलिस की तरफ से एक नोटिस दी गई. नोटिस में ‘यूपी में का बा सीजन 2’ गाने के जरिए नेहा सिंंह राठौर पर समाज में वैमनस्य फैलाने का आरोप लगाया गया.
24 फरवरी: नेहा सिंंह राठौर का दावा है कि उन्हें नोटिस मिलने के बाद उनके पति हिमांशु को सरकारी दवाब में दृष्टि आईएएस की नौकरी से निकाला गया.
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