आजमगढ़ की घटना के बाद बंद रखे गए प्राइवेट स्कूलों पर क्या ऐक्शन लेगी योगी सरकार? हुई ये मांग

मयंक गौड़

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आजमगढ़ जिले में एक छात्रा की स्कूल की तीसरी मंजिल से गिरने से हुई मौत के मामले में चिल्ड्रंस गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल और शिक्षक की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को गाजियाबाद के सभी निजी स्कूल बंद रखे गए हैं. उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल और गाजियाबाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के आह्वान पर गाजियाबाद के अधिकांश निजी स्कूल बंद रहें.

मंगलवार को स्कूलों को बंद रखने के फैसले की जानकारी स्कूलों ने पेरेंट्स को मैसेज कर सोमवार को भेज दी थी. हालांकि, गाजियाबाद जिले में स्कूलों को बंद रखने के फैसले को गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने गलत बताया है और फैसले का विरोध किया है.

पेरेंट्स एसोसिएशन ने सूबे के मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है. जीपीए के अनुसार, एनएडेड स्कूल एसोसिएशन और स्कूल फेडरेशन द्वारा अपना वर्चस्व और शक्ति प्रदर्शन शासन, प्रशासन और पुलिस पर और जांच प्रक्रिया पर दबाव बनाने के तहत यह बंद का फैसला किया गया है. जिससे लगता है कि स्कूल एसोसिएश बच्ची की मौत की घटना के दोषियों को बचाने में जुटी हुई है और न्याय प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करना चाहते हैं, जो की न्याय पूर्ण नहीं है. इसलिए स्कूलों को बंद रखने पर रोक लगाकर इस पर कार्रवाई की जाए और बच्ची की मौत के दोषियों पर भी सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए.

छात्रा की कैसे हुई थी मौत

बता दें कि स्कूल में 31 जुलाई को चेकिंग के दौरान 11वीं की छात्रा के बैग से एक मोबाइल मिला था. स्कूल में मोबाइल लाने की वजह से छात्रा को काफी डांट-फटकार लगाई गई. कुछ दिन बाद छात्रा को प्रिंसिपल के सामने पेश किया जाना था. छात्रा को प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर खड़ा करके उसके माता-पिता को बुलाने के लिए कहा गया था.

स्कूल की तरफ से छात्रा के परिजनों को फोन कर विद्यालय में बुलाया गया था. उन्हें स्कूल परिसर पहुंचने में कुछ देरी हुई. आरोप है कि इस बीच प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर खड़ी छात्रा सीढ़ियों के सहारे स्कूल परिसर के तीसरी मंजिल पर पहुंच गई और वहां से नीचे कूद गई. इसके बाद उसे तुरंत घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

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