रिसर्च-तर्क तो साइडलाइन हुआ और खुदाई…संभल-ज्ञानवापी को लेकर विष्णु शंकर जैन ये बोले
UP News: सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन इन दिनों चर्चाओं में बने हुए हैं. दरअसल उन्होंने संभल जामा मस्जिद के हिंदू मंदिर होने का दावा किया है और वह हिंदू पक्ष की तरफ से कोर्ट में गए हैं. अब विष्णु शंकर जैन से खास बात हुई है.
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UP News: सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन इन दिनों चर्चाओं में बने हुए हैं. दरअसल उन्होंने संभल जामा मस्जिद के हिंदू मंदिर होने का दावा किया है और वह हिंदू पक्ष की तरफ से कोर्ट में गए हैं. विष्णु शंकर जैन इससे पहले अयोध्या, ज्ञानवापी मामलों में भी खासा एक्टिव रह चुके हैं. इसी को लेकर हमारी सहयोगी ‘आजतक’ ने विष्णु शंकर जैन से खास बात की. इस दौरान इस सभी मामलों पर अपनी बात रखी.
ये बोले विष्णु शंकर जैन
विष्णु शंकर जैन ने कहा, रिसर्च और तर्क को साइडलाइन किया जा रहा है. हम कहां खुदाई करवा रहे है? ASI ने क्या ज्ञानवापी में खुदाई की? ASI ने बिना खुदाई के बता दिया कि यहां पहले मंदिर था. भोजशाला में भी ASI ने खुदाई नहीं की. बिना खुदाई के ही ASI ने बता दिया कि यहां पहले मंदिर था.
विष्णु शंकर जैन ने कहा आगे कहा, ये जो बोल रहे हैं कि खुदाई हुई तो बताएं कि कहां खुदाई हुई? क्या खुदाई को लेकर कोर्ट ने कोई आदेश दिया? हमें दिखाया जाए कि कहां कोर्ट ने खुदाई का आदेश दिया है.
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विष्णु शंकर जैन ने बताया, एडवोकेट सर्वे सिर्फ ये देखा जाता है कि कौन सी चीजे कहां पर हैं और वीडियोग्राफी की जाती है. इसके साथ ही वस्तुस्थिती देखकर उसकी रिपोर्ट बनाकर कोर्ट को दे दी जाती है. दूसरे स्तर के सर्वे में वैज्ञानिक पहलू से जांच की जाती है. इस सर्वे में ASI की टीम जाती है और रडार-जीपीएस जैसी तकनीकि से सर्वे किया जाता है. इस दौरान इमारत में एक खरोच भी नहीं लगती. इसके बाद ASI अपनी रिपोर्ट पेश करती है. इस पूरी प्रकिया में खुदाई कहां हो रही है?
‘हम कोई केस नहीं हारे’
विष्णु शंकर जैन ने कहा, हम कोई केस नहीं हारे. ज्ञानवापी-राममंदिर और भोजशाला केस में ASI ने रिपोर्ट दी कि वहां मंदिर हैं. हजारों मंदिर तोड़े गए हैं ये सच है. इतिहास में दर्ज है.
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