हम मरने के लिए भर्ती नहीं हुए…ये कहने वाले संभल के डिप्टी SP और अर्जुन अवॉर्डी अनुज चौधरी कौन हैं?
UP News: अनुज चौधरी ने कुश्ती में कई अंतरराष्ट्रीय मेडल जीते हैं. उन्हें अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानिक किया गया है. इसके बाद वह पुलिस में भर्ती हो गए थे. वह काफी दबंग पुलिस अधिकारी माने जाते हैं.
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UP News: संभल हिंसा के बाद से संभल के डिप्टी एसपी अनुज चौधरी चर्चाओं में हैं. दरअसल उनका एक बयान काफी वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहे हैं कि पुलिस को भी आत्मरक्षा का अधिकार है और पुलिसकर्मी मरने के लिए पुलिसबल में भर्ती नहीं हुए हैं. वायरल वीडियो में अनुज चौधरी ये भी कहते हुए नजर आ रहे हैं कि पुलिसकर्मियों के भी बच्चे और परिवार हैं. वह सवाल करते हैं कि क्या हमारा यानी पुलिसकर्मियों का परिवार नहीं है? अनुज चौधरी वीडियो में कह रहे हैं कि संभल में 4 से 6 घंटे क्या हालात रहे, पहले उसे देखना चाहिए. बता दें कि संभल डिप्टी एसपी का ये बयान काफी चर्चाओं में आ गया है.
दरअसल ये पहली बार नहीं है कि अनुज चौधरी चर्चाओं में रहे हो. वह अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में देश का मान बढ़ा चुके हैं और उन्होंने देश के लिए कुश्ती में कई मेडल भी जीते हैं. इसी के साथ वह सपा के कद्दावर नेता आजम खान के साथ भी बहस के बाद चर्चाओं में रह चुके हैं.
कौन हैं संभल डिप्टी एसपी अनुज चौधरी?
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में देश का मान बढ़ा चुके अनुज चौधरी स्पोर्ट्स कोटे से उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे. अर्जुन अवॉर्डी अनुज चौधरी पुलिस फोर्स में मजबूत कद काठी, बॉडी फिटनेस के साथ-साथ अपने बेधड़क अंदाज से भी जाने-जाते हैं. मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव से ताल्लुक रखने वाले अनुज चौधरी ने 2002 और 2010 के नेशनल गेम्स में दो सिल्वर मेडल जीते थे और एशियाई चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक जीते थे.
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अनुज चौधरी साल 1997 से 2014 तक कुश्ती में नेशनल चैंपियन रहे. साल 2001 में इन्हें लक्ष्मण अवार्ड मिला तो साल 2005 में अनुज चौधरी को अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया. इसके बाद अनुज चौधरी स्पोर्ट्स कोटे से उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए और साल 2012 में वह डिप्टी एसपी बनाए गए.
आजम खान से भी बहस कर चुके हैं अनुज चौधरी
बता दें कि अनुज चौधरी जब रामपुर में तैनात थे, तो उनकी सपा नेता आजम खान से भी काफी बहस हो गई थी. उस दौरान भी अनुज चौधरी चर्चाओं में रहे थे. दरअसल आजम खान सपा प्रतिनिधि मंडल के साथ मुरादाबाद कमिश्नर से मिलने जा रहे थे. तभी सीओ सिटी रहते अनुज चौधरी ने साफ कहा था कि सिर्फ 27 लोग ही अंदर जाएंगे. ये सुनते ही आजम खान ने अनुज चौधरी से कहा था कि समाजवादियों ने ही पहलवानों को पहचाना था. अखिलेश का एहसान याद है. ये सुनते ही अनुज चौधरी ने कहा था कि एहसान कैसा? अर्जुन अवार्ड मिला है. किसी के एहसान से अर्जुन अवार्ड नहीं मिलता. अनुज चौधरी और आजम खान के बीच हुई इस बहस का वीडियो भी जबरदस्त वायरल हुआ था.
संभल में हिंसा के दौरान लगी पैर पर गोली
बता दें कि संभल हिंसा के दौरान अनुज चौधरी के पैर पर गोली लगी थी. जब वह उपद्रवियों को काबू करने की कोशिश कर रहे थे, तभी अराजक तत्वों ने उनको निशाने पर ले लिया था और उनके पैर में गोली मार दी थी. इसके बाद से अनुज चौधरी लगातार चर्चाओं में बने हुए हैं.
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आपको बता दें कि संभल जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी. दरअसल हिंदू पक्ष की तरफ से दावा किया गया था कि ये मस्जिद मुगल काल में हरिहर मंदिर को तोड़कर बनाई गई है, जिसके बाद कोर्ट ने जामा मस्जिद में सर्वे का आदेश दे दिया था. जब दूसरी बार टीम मस्जिद में सर्वे करने पहुंची, तभी हिंसा भड़क गई थी.
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