Lok sabha Election 2024 : छठे चरण की वोटिंग के बीच राजदीप सरदेसाई का फाइनल प्रिडिक्शन, इनके मुताबिक UP में कौन जीत रहा?

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Lok sabha Election 2024 : देश में हो रहे लोकसभा चुनाव अब अपने अंतिम चरणों की तरफ बढ़ चला है. लोकसभा चुनाव के सात में से छठे चरण का मतदान आज जारी है. वहीं 1 जून को अंतिम यानी सातवें चरण का मतदान होगा. 4 जून को लोकसभा चुनाव के रिजल्ट आएगे. इस समय हर जगह लोकसभा चुनाव पर पार्टी की हार जीत का आकलन किया जा रहा है. इसी बीच इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई ने लोकसभा चुनाव के नजीतों को लेकर अपना आंकलन जारी किया है. 

नतीजों को लेकर बड़ा अनुमान

राजदीप सरदेसाई ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपना अनुमान जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि, लोकसभा चुनाव को लेकर इस समय देश में तीन तरह के अनुमान चल रहे हैं. पहले अनुमान या क्लब में बीजेपी को 2019 के मुकाबले इस बार ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया है. इस क्लब को पीके क्लब भी कह सकते हैं. दूसरे क्लब में भाजपा को 272 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं तीसरे क्लब जिसे हम वाई वाई यानी योगेंद्र यादव क्लब कह सकते हैं, उनके मुताबिक बीजपी 250 सीटों तक ही सिमट जाएगी. वहीं तीनों क्लब के इतर राजदीप सरदेसाई ने 10 प्वाइंट में अपना अनुमान जताया है. 

इन दस प्वॉइंट्स में समझे पूरा आंकलन

  1. बीजेपी इन पांच राज्यों में घटेगी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, हरियाणा और बिहार. एक राज्य में बीजेपी डबल डिजिट में गिरेगी कर्नाटक. बाकी में सिंगल डिजिट में डिक्लाइन होगी. 
  2.  बीजेपी इन राज्यों में टैली बढ़ाएगी. ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश. किसी में डबल डिजिट गेन नहीं. 
  3. दो राज्य जहां बीजेपी को न नुकसान होगा न फायदा. उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल. दोनों राज्यों में घमासान हो रहा है. 
  4. बीजेपी सहयोगी उसकी तुलना में ज्यादा नुकसान झेंलेगे. महाराष्ट्र और बिहार इसके प्रमुख उदाहरण होंगे. बिहार में जेडीयू, महाराष्ट्र में शिंदे शिवसेना अजीत पवार एनसीपी
  5.  कांग्रेस साउथ के दो राज्यों में गेन करेगी. कर्नाटक, तेलंगाना. इसके अलावा महाराष्ट्र में गेन करेगी. हरियाणा और राजस्थान में गेन करेगी. पश्चिम और उत्तर में बढ़त मामूली होगी. 
  6.  डीएमके को छोड़कर बाकी क्षेत्रीय दल अपनी जमीन बचाने के लिए संघर्ष करते दिखेंगे. ओडिशा में बीजेडी और बंगाल में टीएमसी के सामने एंटी इनकंबेंसी. लेकिन दोनों के पास नवीन पटनायक और ममता बनर्जी जैसे क्रेडिबल चेहरे हैं, इसलिए इनको मेजर नुकसान नहीं होगा. लेकिन उनका डॉमिनेशन दांव पर है. 
  7.  लोकसभा सीट के लिहाज से देश के दो बड़े राज्य यूपी और महाराष्ट्र बीजेपी की आखिरी टैली को तय करेंगे. महाराष्ट्र में बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती, इलेक्शन लोकलाइज है. प्याज किसानों में गुस्सा है. ग्रामीण इलाकों में तनाव है. यूपी में मेरी ग्राउंड रिपोर्ट में सपा रिवाइव करते हुए दिखी है. मुस्लिम यादव के परंपरागत वोट शेयर को बढ़ाने की उनकी कोशिश दिखी.  पर वोट शेयर पर क्या फर्क पड़ेगा यह अनिश्चित है क्योंकि 2019 और 2022 के चुनाव में बीजेपी की मार्जिन बड़ी थी. 
  8.  पांच राज्य जहां बीजेपी ने सारी सीटें जीती थीं उनमें हरियाणा और राजस्थान ऐसे राज्य हैं जहां चौंकाऊ नतीजे देखने को मिल सकते हैं. लोकिन हरियाणा में कांग्रेस विधानसभा में इस बात को बेहतर भुना सकती है. 
  9.  एमपी, गुजरात और छत्तीसगढ़ में बीजेपी और केरल में कांग्रेस के लिए 2019 की स्थिति में कोई खास बदलाव नजर नहीं आ रहा. 
  10. जहां कांग्रेस और बीजेपी और सीधी टक्कर में है वहां बीजेपी की मशीनरी जमीन पर काफी मजबूत है, जो उनका एज है. 178 सीट 2019 में ऐसी थीं जहां कांग्रेस और बीजेपी में सीधी लड़ाई थी तब कांग्रेस सिर्फ 12 जीती थी. नंबर इस बार बढ़ेंगे लेकिन क्या कांग्रेस 100 सीटें पार कर पाएगी. क्योंकि कांग्रेस जबतक अपने आंकड़े को बढ़ाकर तीन अंकों में नहीं ले जाती बीजेपी को बहुमत से दूर आंकना मुश्किल है.

क्या है फाइनल आंकलन

राजदीप सरदेसाई ने अंत में बताया कि, 'सिर्फ और सिर्फ यूपी और महाराष्ट्र में कोई बड़ा बदलाव ही पीएम मोदी के तीसरे टर्म के रास्ते की बाधा बन सकता है. बीजेपी को क्या अकेले दम पर बहुमत मिलेगा? ऐसा बिल्कुल मुमकिन है. क्या कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा पार करेगी? ऐसा होता नजर नहीं आ रहा. क्या सहयोगी दलों के साथ बीजेपी जीत की हैट्रिक लगाती नजर आ रही है? हां ऐसा होता नजर आ रहा है. बीजेपी का संगठन, लाभार्थी फैक्टर, वोटर्स खासकर महिला मतदाताओं में पीएम मोदी का भरोसा, ये ऐसे फैक्टर हैं जो बीजेपी के पक्ष में हैं.'

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