UPSTF चीफ अमिताभ यश, बृजभूषण के बेटे... जानिए अयोध्या में जमीन खरीद वाले VIP कौन-कौन?

रजत कुमार

ADVERTISEMENT

अयोध्या में जमीन खरीद वाले कौन-कौन VIP
Ayodhya
social share
google news

Ayodhya News: अयोध्या में बने राम मंदिर और लोकसभा चुनावों में यहां (फैजाबाद सीट) से बीजेपी की हार ने पहले ही चर्चाओं का बाजार गर्म रखा है. इसी बीच यहां से आई एक खबर भी बहस का विषय बनी हुई है. लोग सोशल मीडिया पर इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट साझा कर रहे हैं, जिसमें अयोध्या में हाल-फिलहाल की गई जमीन खरीदारी की जानकारी दी गई है. अयोध्या के राम मंदिर और इसके लिए यहां हुए इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास ने यहां के प्रॉपर्टी मार्केट में बूम ला दिया है. जमीनों के दाम आसमान छू रहे हैं. इसी बीच इंडियन एक्सप्रेस ने उन मशहूर लोगों के नाम सामने लाए हैं, जिन्होंने खुद या अपने परिवार के जरिए मौके पर चौका मारा है और यहां जमीन खरीदी है. 

आपको बता दें कि साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में इस फैसले के बाद से मार्च 2024 तक अयोध्या में हुई भूमि रजिस्ट्री के आंकड़े को आधार बनााया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक राम मंदिर के 15 किलोमीटर के दायरे में आने वाले अयोध्या और आसपास के जिले गोंडा-बस्ती के 25 गांवों में हुए जमीन के लेन-देन में 30 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. यहां जमीन खरीदने या अपने परिवारजनों से जमीन खरीदवाने वाले लोगों में यूपीएसटीएफ चीफ अमिताभ यश, पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे समेत कई हाईप्रोफाइल नाम शामिल हैं. 

जानिए किस वीआईपी ने ताड़ा मौका और तलाश लिया जमीन का टुकड़ा 

रिपोर्ट के मुताबिक अयोध्या में जमीन खरीदने वालों में से अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चौना मीन का परिवार भी शामिल है. उपमुख्यमंत्री चौना मीन के बेटों चौ कान सेंग मीन और आदित्य मीन ने सितंबर 2022 और सितंबर 2023 के बीच यह खरीदारी की है. इनके परिवार ने सरयू नदी के पार महेशपुर (गोंडा) में राम मंदिर से करीब 8 किलोमीटर दूर 3.99 हेक्टेयर जमीन 3.72 करोड़ रुपये में खरीदी. वहीं 25 अप्रैल 2023 को उन्होंने 0.768 हेक्टेयर जमीन 98 लाख रुपये में बेची. इसी साल जून में चौना मीन ने अरुणाचल मंत्रिमंडल में एक बार फिर से उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

कैसरगंज से मौजूदा सांसद करण भूषण भी इस लिस्ट में शामिल

अयोध्या में जमीन खरीदने वाले वालों में भाजपा के पूर्व सांसद बृज भूषण सिंह का परिवार भी शामिल है. बृज भूषण सिंह के बेटे और कैसरगंज से मौजूदा सांसद करण भूषण नंदिनी इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक हैं. नंदिनी इंफ्रास्ट्रक्चर ने पिछले साल जनवरी में मंदिर से 8 किलोमीटर दूर महेशपुर (गोंडा) में 0.97 हेक्टेयर जमीन 1.15 करोड़ रुपये में खरीदी थी. उन्होंने जुलाई 2023 में 635.72 वर्ग मीटर को 60.96 लाख रुपये में बेच दी. 

STF चीफ अमिताभ यश के परिवार ने भी खरीदी जमीन

अयोध्या में जमीन लेने वालों में राजनेताओं का परिवार ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के बड़े अधिकारियों का परिवार भी शामिल है. यूपी पुलिस एसटीएफ प्रमुख अतिरिक्त डीजीपी अमिताभ यश का परिवार भी अयोध्या में जमीन लेने वाले लोगों में शामिल है. अमिताभ यश की  मां गीता सिंह ने फरवरी 2022 से 2 फरवरी 2024 के बीच महेशपुर और दुर्गागंज (गोंडा), मऊ यदुवंशपुर (अयोध्या) में मंदिर से करीब 8 से 13 किलोमीटर के दायरे में 9.955 हेक्टेयर “कृषि” भूमि 4.04 करोड़ रुपये में खरीदी. उन्होंने 16 अगस्त 2023 को महेशपुर में 0.505 हेक्टेयर जमीन 20.40 लाख रुपये में बेच भी दी. इस मामले में इंडियन एक्सप्रेस ने अमिताभ यश से उनका रुख जानने की कोशिश की पर उन्होंने अबतक कोई जवाब नहीं दिया. 

ADVERTISEMENT

इन अधिकारियों के परिवारों का नाम भी शामिल

  • वहीं यूपी गृह विभाग के सचिव संजीव गुप्ता (IPS) की पत्नी डॉ. चेतना गुप्ता ने 5 अगस्त, 2022 को राम मंदिर से 14 किलोमीटर दूर बनवीरपुर (अयोध्या) में 253 वर्ग मीटर आवासीय भूमि 35.92 लाख रुपये में खरीदी थी. यूपी शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक अरविंद कुमार पांडे और उनकी पत्नी ममता ने जून और अगस्त 2023 के बीच राम मंदिर से 7 किलोमीटर दूर शाहनवाजपुर माझा (अयोध्या) में 64.57 लाख रुपये में 1,051 वर्ग मीटर “आवासीय” जमीन खरीदी. रिपोर्ट में बताया गया है कि फिलहाल अरविंद कुमार पांडे  भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करते हुए निलंबित चल रहे हैं. उनकी पत्नी ममता बस्ती में भाजपा नेता हैं और अयोध्या में 2022 में खुलने वाले होटल द रामायण की प्रबंध निदेशक हैं. 
  • इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अरविंद पांडे ने बताया कि, 'अयोध्या में उनकी खरीदी हुई जमीन  होटल से सटी हुई है और इसे विस्तार के लिए खरीदा गया था.' इसी तरह रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर महाबल प्रसाद के बेटे अंशुल ने नवंबर 2023 में राम मंदिर से 7 किलोमीटर दूर शाहनवाज पुर माझा में एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर 0.304 हेक्टेयर “कृषि” भूमि 24 लाख रुपये में खरीदी. जमीन के खरीदने को लेकर उन्होंने बताया कि, 'मेरे परिवार ने अयोध्या के पास जो जमीन खरीदी है वो एक अविकसित क्षेत्र है, अभी तक इसपर कुछ भी बनाने की योजना नहीं बनाई गई है.' 
  • अलीगढ़ के एडिशनल एसपी पालश बंसल  के पिता देशराज बंसल सेवानिवृत्त भारतीय वन सेवा अधिकारी हैं.  उन्होंने अप्रैल 2021 में दिल्ली के ईश्वर बंसल के साथ मिलकर राम मंदिर से 15 किलोमीटर दूर राजेपुर उपरहार (अयोध्या) में 1781.03 वर्ग मीटर “आवासीय” जमीन 67.68 लाख रुपये में खरीदी थी. ईश्वर बंसल ने 2012 में दिल्ली में नगर निगम चुनाव और 2013 में विधानसभा चुनाव लड़ा था. उन्होंने दोनों बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा. पलाश बंसल 26 मई, 2022 तक अयोध्या में तैनात थे. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पलाश बंसल ने बताया कि, अयोध्या में मेरे पिता द्वारा खरीदी गई जमीन में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है. मेरे पिता ने किसी दूर के रिश्तेदार के साथ मिलकर यह जमीन खरीदी है.'
  • अमेठी के एसपी अनूप कुमार सिंह के ससुराल के लोगों ने भी अयोध्या में जमीन खरीदी है. बता दें कि अयोध्या में एसपी अनूप कुमार सिंह के ससुराल के लोग शैलेंद्र सिंह और मंजू सिंह ने मिलकर मंदिर से 9 किलोमीटर दूर दुर्गागंज (गोंडा) में 21 सितंबर 2023 को 20 लाख रुपए में 4 हेक्टेयर “कृषि भूमि” खरीदी. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अनूप सिंह ने कहा कि, 'इस (भूमि खरीद) से मेरा कोई लेना-देना नहीं है.'

भाजपा और सपा नेता भी नहीं पीछे

भाजपा के अमेठी जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि की फर्म अग्रहरि मसाला उद्योग ने 19 जून 2023 को मंदिर से 10 किलोमीटर दूर कुढ़ा केशवपुर उपरहार (अयोध्या) में 0.79 हेक्टेयर “कृषि” भूमि 8.35 करोड़ रुपये में खरीदी. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं इस भूमि का उपयोग तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए करूंगा.” सपा के पूर्व एमएलसी राकेश राणा के बेटे ऋषभ ने अप्रैल 2023 में मंदिर से 9 किलोमीटर दूर दुर्गागंज (गोंडा) में 0.42 हेक्टेयर जमीन 25 लाख रुपये में खरीदी थी. एमएलसी बनने के बाद राणा को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाल दिया गया था. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए राणा ने कहा, “यह एक छोटा सा प्लॉट है, हमने अभी तक कुछ भी प्लान नहीं किया है.”

इंडियन एक्सप्रेस की यह रिपोर्ट बिल्कुल साफ करती है कि अयोध्या में प्रभावशाली लोगों की दिलचस्पी राम मंदिर के बाद तेजी से बढ़ी है. लोग यहां जमीन खरीद रहे हैं और अच्छी डील मिलने पर उसे बेच भी रहे हैं.

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT