अयोध्या में राम मंदिर की छत से पानी टपकने की असली कहानी अब जाकर पता चली, जानिए पूरा मामला
Ayodhya Ram Temple news: अयोध्या में पहली बारिश के साथ ही श्री राम जन्मभूमि मंदिर में छत से पानी की बूंदे टपकने और इससे गर्भगृह में पानी इकट्ठा होने का दावा सामने आते ही ये चर्चा का विषय बन गया.
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Ayodhya Ram Temple news: अयोध्या में पहली बारिश के साथ ही श्री राम जन्मभूमि मंदिर में छत से पानी की बूंदे टपकने और इससे गर्भगृह में पानी इकट्ठा होने का दावा सामने आते ही ये चर्चा का विषय बन गया. अब राम मंदिर ट्रस्ट ने भी मान लिया कि बरसात के समय पानी छत से रिसकर नीचे मंदिर में आया है. हालांकि राम मंदिर के ट्रस्टी अनिल मिश्र ने सफाई देते हुए कहा कि निर्माण कार्य होने के चलते वाटर सीलिंग नहीं हो पाई है. इसी वजह से पानी नीचे आया है. वाटर सीलिंग बरसात से पहले कर ली जाएगी और भविष्य में इस तरह की समस्या नहीं आएगी.
भीषण गर्मी के बाद मॉनसून ने दस्तक दी तो पहली बारिश के साथ ही पानी राम मंदिर की छत से रिसकर नीचे आ गया था. रात में हुई बरसात के समय मंदिर बंद था. सुबह जब पुजारी राम लला का भोग राग और सुबह की आरती करने मंदिर पहुंचे तो उन्हें गर्भ गृह में पानी इकट्ठा हुआ दिखा और पानी की कुछ बूंदे छत से टपकती हुई दिखाई दीं. पानी निकलने की कोई व्यवस्था नहीं थी लिहाजा मंदिर के पुजारियों ने इकट्ठा पानी को किसी तरह बाहर निकाला और उसे कपड़े से साफ किया.
राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी ने क्या बताया?
राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने यूपी Tak से बात की. उन्होंने कहा, 'देखिए पानी निकालने का वहां कोई साधन नहीं है. ऐसा तो था नहीं की बारिश में पानी टपकेगा. ऐसा किसी को संभावना नहीं थी और जो गर्भगृह बना हुआ है वहां पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है. जहां से दर्शनार्थी दर्शन करते हैं वहां से भी पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है. रात में जब वर्षा हुई और पानी टपका, सुबह पुजारी लोग गए तो किसी तरह पानी को बाहर निकाला. पानी निकालने के बाद वर्षा भी बंद हो गई और उसके बाद सब कुछ पूर्ववत होने लगा.'
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उन्होंने आगे कहा, 'पानी ऊपर से टपक रहा था. टपकने के समय हम वहां नहीं थे, लेकिन लोगों ने बताया कि जो ऊपर छत है उसी से टपका पानी. छत में जो पत्थर लगाए गए हैं उसमें कहीं दरार है. उसी दरार से पानी टपका है.'
राम मंदिर के ट्रस्टी ने क्या बताया?
री राम मंदिर के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने अब यह माना है कि एकाएक बारिश के कारण कुछ पानी नीचे आ गया था, लेकिन दूसरे दिन सब व्यवस्थित कर दिया गया. हालांकि उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है और वाटर सीलिंग अभी नहीं हुई है. बिजली की वायरिंग भी चल रही है. जहां से पाइप पड़ी है वहां भी अभी वाटर सीलिंग नहीं हो पाई है।. बरसात के पहले सारी व्यवस्था हो जाएगी और जब प्रथम तल और द्वितीय तल की छत पड़ जाएगी, वाटर सीलिंग हो जाएगी. बिजली की पाइप के अगल-बगल का स्थान सील हो जाएगा तब इस तरह की समस्या नहीं आएगी.
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श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने क्या कहा?
श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने अपने बयान में कथित जल रिसाव पर कहा कि, 'अयोध्या में बारिश के दौरान प्रथम तल से जल गिरने की घटना देखी. यह स्वाभाविक है क्योंकि दूसरा तल खुला होने के कारण गुरु मण्डप आकाश के सम्पर्क में है. शिखर के पूरा होने पर यह समस्या समाप्त हो जाएगी. प्रथम तल पर सीपेज देखा गया जो निर्माण कार्य प्रगति पर होने के कारण है. निर्माण पूरा होने पर यह समस्या नहीं रहेगी. संक्टम सैंक्टोरम में जल निकासी की कोई समस्या नहीं है क्योंकि सभी मण्डपों का जल निकासी प्रबंध उचित है. अभियंत्रण या निर्माण संबंधी कोई मुद्दा नहीं है. मण्डप खुले रहेंगे जो नागर वास्तुकला के अनुरूप है.'
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