निठारी कांड: जिस बच्ची की मौत के बाद खुला था पूरा केस, उसकी मां ने सुनाई उस दिन की पूरी कहानी

भूपेंद्र चौधरी

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निठारी कांड: जिस बच्ची की मौत के बाद खुला था पूरा केस, उसकी मां ने सुनाई उस दिन की पूरी कहानी
निठारी कांड: जिस बच्ची की मौत के बाद खुला था पूरा केस, उसकी मां ने सुनाई उस दिन की पूरी कहानी
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Noida Nithari Kand: नोएडा के चर्चित और बदनाम निठारी कांड (Nithari Kand News) के आरोपी सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर कोइलाहाबाद हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है. हाईकोर्ट ने दोनों की फांसी की सजा को भी रद्द कर दिया है. कोर्ट के इस फैसले के बाद अब पीड़ित परिवार का बयान भी सामने आया है. मृतक बच्ची की मां ने योगी आदित्यनाथ सरकार से सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर को फांसी दिए जाने की मांग की है. बता दें कि इसी बच्ची का मामला सामने आने के बाद इस पूरे कांड का खुलासा हुआ था और पूरा देश हिल गया था.

बता दें कि निठारी कांड ने यूपी समेत पूरे देश को हिला कर रख दिया था. ये ऐसा कांड था, जिसकी चर्चा आज भी की जाती है. ये कांड देश में हुए जुर्म के सबसे कुख्यात कांडों में से एक है. इस केस में सुरेंद्र कोली के खिलाफ 16 केस दर्ज थे, जिसमें से 14 केसों में उसे फांसी की सजा मिल चुकी थी. तो वहीं मनिंदर सिंह पंढेर के खिलाफ 6 केस दर्ज थे, जिसमें से 3 मामलों में उसे भी फांसी की सजा मिल चुकी थी. मगर सुप्रीम कोर्ट ने अब दोनों को बरी कर दिया है.

क्या बोला पीड़िता का परिवार

पीड़ित बच्ची की मां ने UP Tak से बात करते हुए सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर के खिलाफ फांसी की मांग की है. बच्ची की मां का कहना है कि इन दोनों को माफ नहीं किया जाए और दोनों को फांसी की सजा दी जाए.

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मृतक बच्ची की मां ने कहा, उन दोनों ने जैसे हमारी बेटी को मारा था, वैसे ही उन दोनों को भी मारा जाए. जैसे इन दोनों ने हमारी छोटी बेटी को तड़पा-तड़पा कर मारा था, ऐसे ही इन्हें भी तड़पा-तड़पा कर मारा जाए. हम मोदी-योगी सरकार से गुहार लगाते हैं कि इन दोनों को फांसी जरूर दें, इन्हें माफ नहीं किया जाए.

क्या हुआ था उस दिन?

मृतक बच्ची की मां ने साल 2006 की पूरी घटना बताई और बताया कि उनकी बच्ची के साथ उस दिन हुआ क्या था. मृतक बच्ची की मां ने बताया, “उनकी बेटी सिर्फ 10 साल की थी. वह कोठी के पीछे सिलाई वाली के पास गई थी. जब काफी देर तक बेटी घर नहीं आई तो मैं उसे खोजते हुए सिलाई वाली के पास पहुंची. सिलाई वाली ने बताया कि बेटी यहां आई थी. मगर चली गई थी.”

मां ने आगे बताया, जब मैं वहां गई तो सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर गेट पर ही खड़े थे. मैंने कई चक्कर लगाए और बेटी को खोजती रही. मगर इन दोनों ने एक बार भी बेटी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर ने मेरी बच्ची को कोठी के अंदर कपड़े देने के बहाने बुलाया और मेरी बेटी को दोनों ने कोठी के अंदर ही मार डाला. मृतक की मां का कहना है कि पुलिस को कोठी से 19 कंकाल मिले थे.

19 बच्चों के मिले थे कंकाल

बता दें कि 29 दिसंबर, 2006 को गौतम बुद्ध नगर के निठारी इलाके में मोनिंदर सिंह पंढेर की कोठी के पीछे स्थित नाले से 19 कंकाल बरामद किए गए थे. इस मामले में कोली और पंढेर को नोएडा की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. बाद में इस मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया गया था. इस पूरे मामले में कुल 16 मुकदमे दर्ज किए गए थे और अदालत में 2007 में आरोप पत्र दाखिल किया था.

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क्या था निठारी कांड

गौरतलब है कि 7 मई 2006 को निठारी में रहने वाली एक युवती को पंधेर ने नौकरी दिलाने के बहाने बुलाया था. इसके बाद युवती वापस घर नहीं लौटी. युवती के पिता ने नोएडा के सेक्टर-20 थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. 29 दिसंबर 2006 को निठारी में मोनिंदर सिंह पंधेर की कोठी के पीछे नाले में पुलिस को 19 बच्चों और महिलाओं के कंकाल मिले थे. जिसके बाद पुलिस ने मोनिंदर सिंह पंधेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली को गिरफ्तार किया था. बाद में निठारी कांड से संबंधित सभी मामले सीबीआई को स्थानांतरित कर दिए गए थे. युवती के अपहरण, दुष्कर्म व हत्या के मामले में सीबीआई ने सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंधेर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.

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