संभल के मंदिर में मैंने लगाया ताला...तिलक लगाए हुए बुजुर्ग ने किया ये सनसनीखेज दावा, देखिए वीडियो
Sambhal Mandir News : उत्तर प्रदेश का संभल पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में बना हुआ है. पिछले कुछ दिनों से संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर से करीब 200 मीटर दूर मिले शिव मंदिर के बाद पूरे सूबे में जबरदस्त चर्चा है.
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Sambhal Mandir News : उत्तर प्रदेश का संभल पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में बना हुआ है. पिछले कुछ दिनों से संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर से करीब 200 मीटर दूर मिले शिव मंदिर के बाद पूरे सूबे में जबरदस्त चर्चा है. चारों ओर इस मंदिर और पास का ही एक कुएं से निकली खंडित मूर्तियों की बात हो रही है. लेकिन इसी बीच संभल के एक शख्स की बेहद चर्चा है जिनका दावा है कि मंदिर उनके कब्जे में था और आखिरी बार मंदिर पर ताला लगाने वाले भी वही थे.
बुजुर्ग ने कही ये बड़ी बात
इस मंदिर को बनवाने वाले रस्तोगी परिवार के एक बुजुर्ग ने कहा कि, 'मुसलमानों या किसी का कोई डर नहीं था. मंदिर की चाबी हमारे यानी रस्तोगी परिवार के पास थी, मंदिर के आसपास कोई अतिक्रमण नहीं था. मंदिर के बगल वाला कमरा भी उन्हीं के द्वारा बनवाया गया था. उन्होंने मंदिर के बगल में 'अतिक्रमण' के बारे में एक और फर्जी खबर का भी खंडन किया, कहा कि मंदिर वैसा ही है, कोई अतिक्रमण नहीं है. मंदिर के बगल वाला कमरा उन्होंने 2006 में उनके जाने से पहले बनवाया था.'
46 साल से बंद था मंदिर
दरअसल, प्रशासन और बिजली विभाग की टीम ने शनिवार को बिजली चोरी की जांच हेतु इलाके में छापेमारी शुरू की. इस दौरान कई घरों में भारी मात्रा में बिजली चोरी का खुलासा हुआ. जांच के दौरान पुलिस तब आश्चर्यचकित रह गई, जब दीपा राय क्षेत्र में अचानक यह पुराना मंदिर मिला. संभल के सीओ अनुज चौधरी ने बताया कि 1978 के दंगों के बाद यहां से हिंदू परिवार चले गए थे, जिसके बाद मंदिर में पूजा अर्चना बंद हो गई थी. मंदिर के पास खुदाई में एक पुराना कुआं भी मिला है, जिसे ढका गया था. स्थानीय मुस्लिम निवासियों से बातचीत में पता चला कि पुराने समय में यहां हिंदू परिवार रहते थे, जो धीरे-धीरे यहां से चले गए. मुस्लिम युवकों का कहना है कि हिंदू परिवार अपनी मर्जी से यहां से गए थे, कोई डर का माहौल नहीं था.
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