अब्बा ने टैटू ब्लेड से खरोचा-पिटाई की लेकिन निशा ने हिंदू बन प्रेमी से की शादी, ये कहानी गजब है
UP News: बिजनौर की रहने वाली निशा ने इस्लाम धर्म त्याग और हिंदू धर्म अपना कर अपने प्रेमी से बरेली में शादी कर ली. इस दौरान निशा ने अपना नाम राधिका रख लिया. जानिए आखिर ये पूरा मामला है क्या..
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UP News: निशा के अब्बा ने उसके हाथ पर बने टैटू को भी ब्लेड से खुरच दिया. बेटी को खूब मारा-पीटा. परिजनों ने भी उसे प्रताड़ित किया और मारपीट की. मगर निशा ने धर्म के आगे अपने प्यार को अहमियत दी और आखिरकार उसने अपने प्रेमी राजेश कुमार से हिंदू रीति रिवाजों के साथ विवाह कर लिया. इस दौरान निशा ने इस्लाम भी त्याग दिया और सनातन हिंदू धर्म अपनाकर अपना नाम राधिका रख लिया.
प्यार को पाने के लिए निशा से राधिका बनी युवती का अपने परिवार का ऐसा विरोध झेलना पड़ा, जो शायद ही उसने सोचा होगा. दरअसल निशा मुसलमान थी. मगर उसका प्रेमी हिंदू था. मगर निशा ने ठान लिया था कि अगर वह शादी करेगी तो अपने प्रेमी राजेश से करेगी. ऐसे में निशा से राधिका बनी युवती और राजेश अपने-अपने घरों से भाग गए और आखिरकार बरेली में दोनों ने शादी कर ली. दोनों का कहना है कि अब वह हरिद्वार में अपनी शादीशुदा जिंदगी की नई शुरुआत करेंगे.
बिजनौर की रहने वाली है निशा
आपको बता दें कि निशा उत्तर प्रदेश के बिजनौर की रहने वाली है. अब निशा राधिका बन गई है और उसने अपने प्रेमी राजेश के साथ बरेली में शादी की है. उसने अपना नाम अब राधिका रख लिया है. युवती का कहना है कि उसकी राजेश के साथ 5 साल पहले मुलाकात हुई थी. पहली ही मुलाकात में राजेश ने अपने प्यार का इजहार उससे कर दिया था. तभी से वह दोनों रिश्ते में थे. इसके बाद उसके परिजनों ने उसके साथ खूब मारपीट भी की. मगर वह अपने फैसले से पीछे नहीं हटी.
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युवती ने राजेश के नाम का हाथ में टैटू भी बनवाया था
युवती के परिजन उसके रिश्ते से इतने खफा थे कि उन्होंने अपनी बेटी के साथ जुल्म शुरू कर दिया. निशा से राधिका बनी युवती का कहना है कि उसने अपने हाथ में राजेश के नाम का टैटू भी बनवा लिया था. मगर ये टैटू उसके पापा ने ब्लेड से खुरच दिया और टैटू को कटवा दिया.
युवती का कहना है कि उसके पिता ने उसे काफी मारा, परिजनों ने भी मारा. इसस उसके सर में चोट आई. युवती का कहना है कि चोट के निशान अभी तक उसके शरीर पर हैं. युवती ने कहा कि अब उसे अपने परिवार से कोई डर नहीं है. अब वह और उसका पति हरिद्वार जाकर अपनी जिंदगी को शुरू करेंगे.
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