47 केस वाले हिस्ट्रीशीटर अंकित और सचिन ने बरेली पुलिस में मचा दिया हड़कंप, जानें हुआ क्या?
बरेली में फरार हुए एक कैदी का नाम अंकित है. वह हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ 47 केस दर्ज हैं. इसी के साथ फरार हुए दूसरे कैदी का नाम सचिन है. सचिन के खिलाफ भी कई केस दर्ज हैं. ये दोनों जिस तरह से फरार हुए हैं, वह चर्चाओं में आ गया है.
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Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में पेशी पर आए दो कैदी हवालात की खिड़की का सरिया काट फरार हो गए. जैसे ही शाम के समय पुलिस विभाग को मामले का पता चला, हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि दो कैदी पेशी के लिए अदालत पहुंचे थे, जिनको बाद में सदर हवाताल में बंद कर दिया गया था. जैसे ही ये मामला पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा, अधिकारियों ने 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और फरार कैदियों की तलाश में कई टीमों का गठन भी कर दिया.
खतरनाक हैं दोनों फरार कैदी
मिली जानकारी के मुताबिक, फरार हुए कैदी अंकित हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ 47 केस दर्ज हैं. इसी के साथ फरार हुए दूसरे कैदी का नाम सचिन है. सचिन के खिलाफ भी कई केस दर्ज हैं. इन दोनों को पुलिस सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. इनको हवालात में बंद कर दिया गया था.
इनकी सुरक्षा के लिए तीन पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. मगर तीनों की लापरवाही के चलते दोनों भाग निकले. दोनों ने हवालात की खिड़की का सरिया काट दिया और फरार हो गए. इस घटना के बाद से बरेली पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है.
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पुलिस की कई टीमें कर रही फरार कैदियों की तलाश
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया, 2 कैदी सदर हवालात के खिड़की का सरिया काटकर भाग निकले हैं. केस दर्ज किया जा रहा है. कई टीमों का गठन कर दिया गया है. जल्द ही दोनों को अरेस्ट कर लिया जाएगा.
एसपी ने आगे बताया, जांच में तीन कर्मियों की लापरवाही सामने आई है. इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के आदेश अनुसार तीनों कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
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बता दें कि पुलिस की कई टीमें फरार कैदियों की तलाश कर रही हैं. इन कैदियों का फरार होना काफी खतरनाक माना जा रहा है. दरअसल इन दोनों के ऊपर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं. फरार हुआ कैदी अंकित तो खुद हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ 47 मुकदमें दर्ज हैं. ऐसे में पुलिस चाहती है कि इन दोनों को जल्द से जल्द दबोच लिया जाए और फिर से जेल की सलाखों में बंद किया जाए. अब देखा ये होगा कि पुलिस की गिरफ्त में ये दोनों शातिर अपराधी कब तक आते हैं.
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