द्रौपदी मुर्मू के बहाने BJP ने लगाई अखिलेश के किले में सेंध? राजा भैया ने बताई अंदर की बात
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने शुक्रवार को लखनऊ में सांसदों और विधायकों से अपने…
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राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने शुक्रवार को लखनऊ में सांसदों और विधायकों से अपने लिए समर्थन मांगा और उत्तर प्रदेश की सराहना की.
आपको बता दें कि इस रात्रिभोज में भाजपा के सहयोगी दलों के नेताओं के अलावा समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नीत गठबंधन में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar), प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav), जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के विधायक उमाशंकर सिंह भी शामिल हुए.
रात्रिभोज के के बाद रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा,
“आज की भारतीय परिस्थिति में द्रौपदी मुर्मू जी का प्रत्याशी बनाया जाना महत्वपूर्ण है. उसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को साधुवाद. यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी या एनडीए के साथ जो दल नहीं हैं वो भी समर्थन कर रहे हैं, आदरणीय मुर्मू जी का.”
राजा भैया
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‘कार्यक्रम में शिवपाल और राजभार भी थे, क्या वो भी समर्थन कर रहे हैं?’ इस सवाल के जवाब में राजा भैया ने कहा, “अब उन्होंने तो वहां कहा है, बाकि आप उनसे उनका वर्जन लीजिए. हमारे दोनों विधायक मुर्मू जी के लिए वोट डालेंगे.”
बता दें कि एनडीए के मंत्रियों और विधायकों के साथ इन विधायकों की उपस्थिति इसलिए महत्व रखती है क्योंकि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाला विपक्षी खेमा राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा का समर्थन कर रहा है.
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गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने यशवंत सिन्हा के साथ गुरुवार को की प्रेस वार्ता में ओमप्रकाश राजभर को आमंत्रित नहीं किया था. राजभर ने शुक्रवार को मऊ में बैठक की और कहा कि कि वह अपने कार्यकर्ताओं से विमर्श कर राष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में 12 जुलाई को अपने पत्ते खोलेंगे.
हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा आयोजित रात्रिभोज में उनकी मौजूदगी ने एनडीए उम्मीदवार के प्रति उनके झुकाव को इंगित किया है. शिवपाल यादव के कदम को भी इस लिहाज से अहम माना जा रहा है. शिवपाल भी विधानसभा के सदस्य हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में राजभर की पार्टी के छह विधायक हैं. उन्होंने हाल में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में लड़ा था.
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उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधानसभा में सहयोगी दलों समेत भाजपा के 273 सदस्य हैं जबकि जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो और बसपा का एक सदस्य है.
भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए जनजातीय समाज की एक महिला को उतारने को न केवल राजग के घटक दलों ने सकारात्मक भाव के साथ स्वीकार किया है, बल्कि दलीय सीमाएं टूटती हुई दिख रही हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा में बीजद ने उन्हें समर्थन दिया, झारखंड में समर्थन मिल रहा है, आंध्र और पंजाब में दलीय सीमा टूटी तो उत्तर प्रदेश में भी जरूर टूटेगी.
भाजपा सूत्रों के अनुसार, सभी विधायकों को सजग किया गया कि एक भी वोट बेकार न जाए और 16 जुलाई को भी सभी लोग लखनऊ पहुंच जाएं.
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