मंगेश यादव के एनकाउंटर पर बोले अखिलेश- 'जात देखकर जान ली गई, लूट का माल किधर है?'

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Akhilesh Yadav on Mangesh Yadav Encounter: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में पिछले महीने एक सर्राफा व्यवसायी की दुकान में डकैती के मामले में आरोपी बदमाश मंगेश यादव गुरुवार तड़के राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में मारा गया. इस एनकाउंटर के बाद से उत्तर प्रदेश में राजनीति तेज हो गई है. सपा मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं. अखिलेश ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए सत्ताधारी भाजपा पर कई बड़े आरोप लगाए हैं. 

अखिलेश ने X (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, "लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी."

 

 

उन्होंने कहा, "जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवजा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे."

बकौल अखिलेश, "नकली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं. समाधान नकली एनकाउंटर नहीं, असली कानून-व्यवस्था है.  भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है. जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुंच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नकली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है. जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फंसाया जाता है."

 

इससे पहले इन बदमाशों की हुई थी गिरफ्तारी

आपको बता दें कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर नगर कोतवाली के ठठेरी बाजार मे ओम आर्नामेंट की दुकान में दिनदहाड़े पांच बदमाशों ने डकैती डाली. इस ज्वैलरी शॉप से करीब एक करोड़ 40 लाख की ज्वेलरी और नगदी लूट ली गई. फिर बदमाश हथियार लहराते हुए निकल भागे.  पुलिस को इन बदमाशों की तलाश थी.

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तीन दिनों पहले पुलिस ने  गोड़वा चौकी के पास एनकाउंटर में अमेठी जिले के रहने वाले तीन बदमाशों सचिन सिंह, पुष्पेंद्र सिंह और त्रिभुवन उर्फ लाला हरिजन गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस के मुताबिक ये तीनों इस डकैती कांड का हिस्सा थे. बुधवार रात एसटीएफ  को सूचना मिली कि सर्राफा व्यवसायी डकैती कांड में शामिल जौनपुर का रहने वाला मंगेश यादव मूवमेंट करने वाला है. 

एसटीएफ ने देहात कोतवाली के मिशिरपुर पुरैना गांव के पास घेराबंदी की और उनकी रेंज में मंगेश यादव आ गया. मंगेश यादव को आत्म समर्पण करने के लिए बोला गया. इसके बाद मंगेश ने एसटीएफ  पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में मंगेश को गोली लगी. आनन फानन उसे अस्पताल लाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मुठभेड़ स्थल से एक हेलमेट, बिना नंबर की मोटरसायकिल बरामद हुई है. 
 

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