PM मोदी से मुलाकात के पहले सारे किले चाक चौबंद कर रहे CM योगी, देखिए क्या क्या साधा

कुमार अभिषेक

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Picture: PM Modi & CM Yogi
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UP Political News: उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी में इन दिनों घमासान मचा हुआ है. यहां संगठन और सरकार के बीच तकरार की खबरों ने सुर्खियां बटोर रखी हैं. इन सब के बीच खबर मिली है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 29 जुलाई को दिल्ली में मुलाकात हो सकती है. इस दौरान सीएम योगी पीएम को चुनावी नतीजों की समीक्षा रिपोर्ट सौंप सकते हैं. इससे पहले समीक्षा रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी प्रधानमंत्री को दे चुके हैं. वहीं, 25 और 26 जुलाई को देशभर के संगठन महामंत्रियों की बैठक चल रही है. उसमें यूपी के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह अपनी रिपोर्ट देंगे और केंद्रीय नेतृत्व उनसे भी यूपी में हर की वजह जानेगा.

पीएम से मिलने से पहले सीएम योगी ने की ये तैयारी

एक के बाद एक लगातार विधायक और दूसरे जनप्रतिनिधि योगी सरकार के कामकाज के तौर तरीके और खासकर बेलगाम अफसरशाही पर सवाल उठा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पीएम मोदी से मुलाकात से पहले की कांटे दुरुस्त करने की तैयारी कर ली है. चर्चा है कि एक रिपोर्ट संगठन यानी प्रदेश अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को दी है, तो दूसरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी प्रधानमंत्री को सौंप सकते हैं.

 

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव में हुई हार के बाद से सियासी रूप से एक्टिव नजर आ रहे हैं. पहले उन्होंने विधानसभा के 10 उपचुनाव के लिए अपनी तरफ से प्रबंधन का काम शुरू किया और सुपर 30 मंत्रियों की एक टीम बनाई, जो इस चुनाव में जमीनी समीक्षा कर उन्हें रिपोर्ट सौंप चुकी है. इसमें कौनसी सीट मजबूत है, जिसे जीता जा सकता है और कौनसे उम्मीदवार को कहां से लड़ाया जाए, संगठन के समांतर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन चुनाव में अपनी तरफ से तैयारी कर ली है.

सीएम योगी ने अपने ऊपर हो रहे हमले को देखते हुए विधायकों और जनप्रतिनिधियों से लगातार मुलाकातें शुरू की हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि विधायकों और जनप्रतिनिधियों से बात कर सीएम योगी उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं और उन्हें अपनी तरफ लाने की कोशिश कर रहे हैं. मुख्यमंत्री की लगातार मीटिंग चुनाव में मिली हार की समीक्षा को लेकर है. ताकि जब प्रधानमंत्री उनसे कुछ सवाल करें तो वह जनप्रतिनिधियों से मिला सरकार का फीडबैक उन्हें दे सकें.

 

 

सीएम योगी कर रहे नेताओं को मानाने की कवायत

राजनेताओं को मनाने की कवायत भी मुख्यमंत्री कर रहे हैं. सीएम योगी सभी विधायकों-मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों से मिलकर उनकी शिकायतें सुन रहे हैं. उनकी परेशानी समझ रहे हैं. ज्यादातर विधायकों को अफसरों के कामकाज से शिकायत है और सभी ने हार की यही वजह बताई है. मुख्यमंत्री के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि वह विधायकों को अपने तरफ रखें. ताकि विधायकों का कोई बड़ा गुस्सा उनके खिलाफ न फूटे और वह संतुष्ट रह सकें.

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आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ से नाराज रहने वाले सहयोगी दलों के भी और सुर बदलने लगे हैं. ओमप्रकाश राजभर और संजय निषाद की मुख्यमंत्री से हुई मुलाकात के बाद दोनों के सुर बदले हुए हैं. दोनों अब अपनी सरकार से किसी शिकायत के न होने की बात कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय नेतृत्व उत्तर प्रदेश की चुनावी नतीजों से खफा है. ऐसे में अलग-अलग समीक्षा रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को दी गई हैं. अब बारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है. क्या वह प्रधानमंत्री को अपनी बातों से संतुष्ट कर पाते हैं या नहीं इसपर सबकी नजर रहेगी?

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