मधुमिता के पेट ने खोला था अमरमणि त्रिपाठी का गंदा राज, पूर्वांचल के बाहुबली की कहानी जानिए

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Amarmani Tripathi News: उत्तर प्रदेश की सियासी फिजाएं कुछ ऐसी हैं कि यहां बाहुबली नेताओं का दबदबा रहता है. ये बाहुबली नेता सरकार चाहे किसी की भी हो उसके खास हो जाते हैं. विचारधारा से इतर चलने वाले इन बाहुबली नेताओं में एक समय शुमार थे अमरमणि त्रिपाठी. पूर्वांचल के सबसे बड़े बाहुबली नेताओं में से एक रहे हरिशंकर तिवारी के राजनीतिक वारिस कहे जाने वाले अमरमणि त्रिपाठी का जलवा कुछ ऐसा था कि चाहे सरकार सपा की रही हो या भाजपा की, वह उसका हिस्सा जरूर रहे थे. लगातार 6 बार विधायक रहे अमरमणि त्रिपाठी इस वक्त चर्चा में इसलिए हैं क्योंकि उम्र कैद की सजा काट रहे वह और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी (Amarmani Tripathi Wife) को जेल से रिहाई मिल गई है. बता दें कि ये दोनों मधुमति शुक्ला हत्याकांड मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे थे.

कहानी अमरमणि त्रिपाठी की

मालूम हो कि अमरमणि त्रिपाठी का जन्म 14 फरवरी 1956 को हुआ था. उन्होंने मधुमणि त्रिपाठी से शादी की. वह पूर्व  विधायक अमनमणि त्रिपाठी के पिता भी हैं, जो 2022 में नौतनवा विधानसभा सीट से चुनाव हार गए थे.

गौरतलब है कि अमरमणि त्रिपाठी की राजनीति की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के विधायक हरिशंकर तिवारी के साथ हुई. पहले वो बसपा में गए फिर सपा में. 2001 की भाजपा सरकार में भी त्रिपाठी मंत्री थे. तभी बस्ती के एक बड़े बिजनेसमैन का पंद्रह साल का लड़का राहुल मदेसिया किडनैप हो गया. रिहा होने पर पता चला कि किडनैपर्स ने उसे अमरमणि के बंगले में ही छिपा रखा था. अमरमणि को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया. इसके 2 साल बाद ही अमरमणि और उनकी पत्नी मधुमिता की हत्या के आरोप में पकड़े गए.

मधुमिता के पेट में था अमरमणि का बच्चा

सनद रहे कि 9 मई, 2003 को लखनऊ की पेपरमिल कॉलोनी में मधुमिता शुक्‍ला नाम की 24 वर्षीय कवियत्री की गोली मार कर हत्‍या कर दी गई. कवियत्री मधुमिता की हत्या के बाद उसका पोस्टमॉर्टम किया गया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ऐसा खुलासा हुआ, जिससे सियासी हलकों में भूचाल आ गया. दरअसल, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मधुमिता के प्रेग्नेंट होने की बात सामने आई. बता दें कि मधुमिता किसी और से नहीं बल्कि अमरमणि त्रिपाठी से प्रेग्नेंट थी, इसकी पुष्टि डीएनए जांच में हुई थी.

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मधुमिता की हत्‍या का आरोप अमरमणि पर लगा. इस पूरी साजिश में उनकी पत्‍नी मधुमणि भी शामिल थीं. छह महीने के भीतर ही देहरादून फास्‍ट ट्रैक कोर्ट ने अमरमणि, मधुमणि समेत चार दोषियों को उम्रकैद की सजा सुना दी.

कौन थी मधुमिता शुक्ला?

आपको बता दें कि मधुमिता शुक्ला लखीमपुर खीरी की रहने वाली थी. मधुमिता 16-17 साल की उम्र में ही चर्चित हो गई थी. वह अपनी कविताओं में देश के प्रधानमंत्री समेत तमाम बड़े नेताओं को निशााने पर रखने लगी थी. अपने तेजतर्रार अंदाज से मशहूर हुई मधुमिता शुक्‍ला हिंदी कवि सम्‍मेलनों की शान बन गई थी. मगर अमरमणि की एंट्री के बाद से मधुमिता का जीवन बदल गया. और मधुमिता की हत्या ही अमरमणि के पतन का कारण बना.

अब जेल से बाहर आएंगे अमरमणि और मधुमणि

बता दें कि सीबीआई की विशेष अदालत ने पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को मधुमति शुक्ला हत्याकांड में दोषी पाए जाने पर उम्र कैद की सजा सुनाई थी. तभी से दोनों जेल में थे. मगर अब शासन ने इन दोनों को जेल से रिहा करने का आदेश जारी कर दिया है. इस आदेश के बाद अब करीब 20 साल बाद अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी जेल से बाहर आएंगे.

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