खतौली विधानसभा से उपचुनाव लड़ेंगी कवाल कांड में मारे गए गौरव की मां, BJP पर लगाया ये आरोप
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में साल 2013 में हुए दंगों के मुख्य कारण कवाल कांड था, जिसके कारण प्रदेश में राजनीतिक दिशी ही बदल गया…
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उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में साल 2013 में हुए दंगों के मुख्य कारण कवाल कांड था, जिसके कारण प्रदेश में राजनीतिक दिशी ही बदल गया थी.वहीं कवाल कांड का पीड़ित परिवार आज भी इंसाफ के लिए गुहार लगा रहा है. वहीं अब पीड़ित परिवार ने बड़ा फैसला लिया है. कवाल कांड में मारे गए गौरव की मां ने खतौली विधानसभा से उपचुनाव लड़ने की घोषणा की है.
कवाल कांड में मारे गए गौरव के पिता रविंद्र सिंह ने बताया कि खतौली उपचुनाव में रविंद्र की मां सुरेश देवी उपचुनाव लड़ेंगी.
कवाल कांड में मारे गए गौरव के पिता रविंद्र सिंह ने बताया कि आज नौ साल होने के बावजूद भी उसे भारतीय जनता पार्टी के शासन में कोई न्याय नहीं मिल पाया है. मीडिया से बात करते हुए मृतक युवक गौरव के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा की दंगे का फायदा उठाकर बीजेपी ने अपनी सरकार बना ली लेकिन आज तक हमारे लिए कुछ नहीं किया. जिसके चलते वह खतौली क्षेत्र में घूम-घूम कर अपने साथ न्याय कराएं जाने की गुहार लगाएगी. रविंद्र सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.
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बता दें की दंगे से पहले 27 अगस्त 2013 को मुजफ्फरनगर जनपद के कवाल गांव में गौरव और सचिन की हत्या के बाद पुलिस ने खतौली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक विक्रम सैनी सहित 28 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था.
विधायक विक्रम सैनी सहित इन सभी 28 में से 12 लोगों को 11 अक्टूबर के दिन मुजफ्फरनगर स्थित एमपी एमएलए कोर्ट ने 2-2 साल की सजा सुनाते हुए 10-10 हजार रुपए का आर्थिक दंड भी लगाया है. मामले में सबूत के अभाव में 15 लोगों को बरी कर दिया गया, वहीं एक शख्स की मौत हो गई थी. मुजफ्फरनगर में 27 अगस्त, 2013 को गौरव और सचिन नाम के शख्स की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद दंगा भड़क उठा था. इसे कवाल कांड के नाम से भी जाना जाता है. इसे कवाल कांड के नाम से भी जाना जाता है. इस दंगे में 60 से ज्यादा लोग मारे गए थे.
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