रामपुर उपचुनाव: BJP कैंडिडेट आकाश सक्सेना ने आजम खान का नाम वोटर लिस्ट से काटने की मांग की

आमिर खान

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

सपा नेता आजम खान की विधायकी रद्द होने के बाद रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं. जिसके बाद भाजपा ने आकाश सक्सेना को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं सपा ने आसिम राजा पर दांव लगाया है.

वहीं अब भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने रामपुर के निर्वाचक रजिस्ट्रेशन अधिकारी को पत्र लिख कर ये मांग की है कि आजम खान को कोर्ट ने 3 वर्ष के कारावास और जुर्माना अदा करने की सजा सुनाई है. चूंकी आजम खान सजायाफ्ता हैं, लिहाजा चुनाव आयोग के आरपी एक्ट की धारा-16 के अंतर्गत एक अपराधी को वोट देने के अधिकार से वंचित किया गया है. ऐसे में आजम खान का नाम भी मतदाता सूची से काटा जाए, ताकि नियम और कानून का पालन हो सके.

भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने बताया,

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

“हमने रामपुर के निर्वाचक रजिस्ट्रेशन अधिकारी को एक पत्र लिखा है, जिसमें हमने मांग की है कि आरपी एक्ट की धारा-16 के तहत जब किसी मुलजिम को सजा हो जाती है तो उसको वोट देने का अधिकार नहीं होता है. ऐसे में हमने मांग की है कि आजम खान को रामपुर कोर्ट सजा दे चुकी तो उस नियम के तहत उनका वोट देने का जो अधिकार है वह खत्म किया जाए, उनका वोटर लिस्ट में से नाम काटा जाए.”

आकाश सक्सेना

कौन हैं आकाश सक्सेना?

आकाश सक्सेना उर्फ हनी को भाजपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में भी रामपुर शहर विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था. हालांकि तब आजम खान ने इन्हें शिकस्त दे दी थी. अब आजम खान को सजा मिलने के बाद हो रहे उपचुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर आकाश सक्सेना पर ही भरोसा जताया है.

ADVERTISEMENT

आकाश सक्सेना ने ही आजम खान के खिलाफ 80 से ज्यादा मामले दर्ज कराए हैं. पेशे से वकील आकाश सक्सेना ने कोर्ट में इन मुकदमे की पैरवी भी खुद की है. आकाश सक्सेना के पिता शिव बहादुर सक्सेना रामपुर की स्वार टांडा विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट से चार बार विधायक रह चुके हैं. वह कल्याण सिंह की सरकार में मंत्री भी थे. उनका कल्याण सिंह, अटल बिहारी वाजपेई और लाल कृष्ण आडवाणी जैसे बीजेपी नेताओं से अच्छे रिश्ते थे.

रामपुर में आकाश सक्सेना को मिला आजम के खिलाफ मुखर रहने का इनाम! BJP ने इस वजह से दिया टिकट

ADVERTISEMENT

follow whatsapp

ADVERTISEMENT