आजम वाली सीट पर सपा को सताने लगा डर? रामपुर उपचुनाव से पहले इस अफसर के खिलाफ खोला मोर्चा

कुमार अभिषेक

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Rampur by election news: यूपी में अब मैनपुरी, रामपुर और खतौली में उपचुनाव को लेकर जोर आजमाइश का दौर शुरू हो गया है. मंगलवार को अखिलेश यादव ने जहां इन सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए सैफई में रामगोपाल यादव और धर्मेंद्र यादव समेत अन्य नेताओं संग बैठक की, तो वहीं सपा ने खाासकर रामपुर सीट के लिए एक नया मोर्चा ही खोल दिया. समाजवादी पार्टी ने रामपुर उपचुनाव से पहले मुरादाबाद कमिश्नर (Moradabad Commissioner) आन्जनेय कुमार सिंह को हटाने की मांग की है.

सपा ने चुनाव आयोग को बकायदा एक ज्ञापन सौंपा है. सपा ने कहा इनके कमिश्नर रहते निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता. सपा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश, लखनऊ से कहा है कि रामपुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में उप निर्वाचन 2022 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक, भयमुक्त सम्पन्न कराने के लिए मुरादाबाद मण्डलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह को उनके वर्तमान पद से तत्काल प्रभाव से हटाया जाना चाहिए.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने दिए गए ज्ञापन में कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग ने प्रदेश की रामपुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र का उप निर्वाचन 5 दिसंबर को घोषित कर दिया है. इसके मुताबिक मुरादाबाद के वर्तमान मण्डलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह लंबे समय तक रामपुर में जिलाधिकारी रह चुके हैं और पदोन्नत होकर मंडलायुक्त के पद पर भी काफी समय से तैनात हैं. इसी मंडल में जनपद रामपुर है.

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ज्ञापन के अनुसार विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 के समय आन्जनेय कुमार सिंह पर भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने का आरोप लगा था. इसकी शिकायत 29 जनवरी 2022 को मुख्य चुनाव आयुक्त भारत, निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली से पत्र संख्या-2204 द्वारा की गई थी और आन्जनेय कुमार सिंह को स्थानान्तरित कराने की मांग की गई थी. रामपुर लोकसभा उपचुनाव के समय भी आन्जनेय कुमार सिंह रामपुर के मण्डलायुक्त के पद पर थे और अब 37-रामपुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में उप निर्वाचन 2022 होने जा रहा है. सपा के मुताबिक ऐसे में मुरादाबाद मंडल से बिना इनको हटाए स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक, भयमुक्त चुनाव संभव नहीं है.

आपको बता दें कि आजम खान ने जब विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की थी, तो उन्होंने रामपुर लोकसभा सीट से इस्तीफा दिया था. उपचुनाव में आजम अपने इस किले को नहीं बचा पाए और बीजेपी ने सपा कैंडिडेट को हरा दिया. पिछले दिनों आजम खान को हेट स्पीच के एक मामले में 3 साल की सजा सुनाई गई. इसके बाद आजम खान की विधानसभा सदस्यता भी समाप्त कर दी गई. अब रामपुर के साथ मैनपुरी लोकसभा सीट और खतौली विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होना है. सपा को अभी से इन उपचुनावों में गड़बड़ी की आशंका सताने लगी है.

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