उपचुनाव से पहले अंदरूनी कलह सामने आई! सीसामाऊ में भिड़े सपा MLA-जिलाध्यक्ष, रोने लगीं नसीम सोलंकी

सिमर चावला

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Kanpur SP meeting
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UP News: यूपी में होने जा रहे उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के नेताओं की अंदर की कलह खुलकर सामने आ गई. कानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान मंच पर ही सपा नेताओं के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. कानपुर की सीसामाऊ सीट पर उपचुनाव होने हैं. ऐसे में यहां उपचुनाव होने से पहले समाजवादी पार्टी द्वारा PDA सम्मेलन और चुनाव समीक्षा की बैठक रखी गई.

मगर इस पीडीए सम्मेलन में समाजवादी पार्टी के 2 विधायक और जिलाध्यक्ष आपस में ही भिड़ गए. सपा विधायक और सपा जिलाध्यक्ष, सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल के सामने ही एक-दूसरे से भिड़ गए. प्रदेश अध्यक्ष दोनों को चुप करवाते रहे. मगर सपा जिला अध्यक्ष विधायकों से कहते रहे कि वह उसे चुनाव हरवा देंगे.

‘तमीज में रहो विधायक’

इस दौरान जब मंच पर बोलने के लिए सपा विधायक आगे आए तो सपा जिलाअध्यक्ष ने उनकी तरफ उंगली करते हुए कहा कि तमीज में रहिए. ये सुनते ही कानपुर कैंट के सपा विधायक हसन रूमी और आर्यनगर सीट से सपा विधायत अमिताभ बाजपेई ने हंगामा कर दिया और फिर से जिला अध्यक्ष और सपा विधायकों के बीच तूतू-मैंमैं शुरू हो गई. 

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रो दीं सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी

इसा दौरान सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी पहले बीच-बचाव करती दिखीं. मगर जब विवाद बढ़ता गया तो वह मंच पर ही रो दीं. सभी सपा विधायक पीडीए सम्मेलन के मंच से उतर गए और कार्यक्रम छोड़कर चले गए. 

क्यूं हुआ हंगामा?

सीसामऊ में हुए पीडीए सम्मेलन में सपा के सभी विधायक, जिलाध्यक्ष और संगठन के पदाधिकारी शामिल रहे. इस दौरान जब आर्यनगर से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई मंच पर बोलने के लिए आगे आए तो वह राजनीतिक बयान देने लगे. वह कहने लगे कि भाजपा सरकार ने इरफान को जेल भेजा है. तभी प्रदेश अध्यक्ष ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि यह समीक्षा बैठक है, राजनीतिक बयानबाजी की जगह नहीं.

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सपा विधायक अमिताभ बाजपेई इस हस्तक्षेप से नाराज हो गए. उन्होंने कहा कि होर्डिंग में साफ लिखा है कि यह पीडीए सम्मेलन है और फिर गुस्से में माइक मंच पर रखकर चुप हो गए. इस पर जिलाध्यक्ष फजल महमूद ने कहा कि विधायक खुद को अखिलेश यादव से ऊपर समझते हैं.

इस बीच सपा विधायक मोहम्मद हसन रूमी भी विवाद में आ गए और उनकी भी जिला अध्यक्ष से नहीं बनी. विवाद के दौरान प्रत्याशी नसीम सोलंकी मंच पर रोते हुए दिखीं. 

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नहीं हुई सुलह

हंगामे के बाद नसीम सोलंकी ने विधायक अमिताभ बाजपेई को बुलाया और प्रदेश अध्यक्ष के सामने जिलाध्यक्ष और विधायक के बीच विवाद खत्म करने की कोशिश की. मगर कोई रास्ता नहीं निकला. फिलहाल ये मामला चर्चाओं में आ गया है.
 

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