Jhansi Medical College News: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शुक्रवार देर शाम मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल परिसर में हाहाकर मच गया. इस हादसे का मंजर इतना भयानक था कि इसने पूरे वॉर्ड को जलाकर खाक कर दिया. अस्पताल के अंदर लगी इस भीषण आग ने हर किसी को ये सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर ये घटना कैसे घटी? इस बीच यूपी Tak ने एक ऐसे शख्स से बात की है, जिसने दावा किया कि जब यह आग लगी तब वह घटनास्थल पर मौजूद था. इसके साथ ही शख्स ने आग लगने के पीछे की एक बड़ी वजह का दावा किया है, जिसने हर किसी को हैरत में डाल दिया है. खबर में आगे जानिए शख्स ने क्या दावा किया?
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एक माचिस की तीली ने ले ली 10 बच्चों की जान?
हमीरपुर के रहने वाले गोविंद दास अपने पोते का इलाज कराने अस्पताल आए थे. उन्होंने आग लगने के पीछे की एक बड़ी वजह भी बताई है. गोविंददास के अनुसार, वॉर्ड के अंदर एक महिला पाइप को फिट कर रही थी. इस दौरान महिला ने पाइप को फिट करने के लिए एक माचिस की तीली जलाई, तभी अचानक पूरे वॉर्ड में आग फैल गई. गोविंददास ने ये भी बताया कि उन्होंने खुद 4-5 बच्चों को इस भीषण आग से बचाया. गोविंद दस इस बात से संतुष्ट हैं कि उन्होंने 5 बच्चों के साथ-साथ अपने पोते को भी बचा लिया.
प्रशासन का क्या है दावा?
झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि मेडिकल कॉलेज में मौके पर उपस्थित अधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, रात साढ़े दस से 10 बजकर 45 मिनट के बीच नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनआईसीयू) की एक यूनिट में संभवत: शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. उन्होंने कहा कि एनआईसीयू में एक बाहर की यूनिट और एक अंदर की यूनिट होती है.
अब तक 30 से ज्यादा बच्चों को बचाया गया
झांसी नगर क्षेत्र के अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) योगेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के बच्चा वार्ड में आग लगने से दम घुटने और झुलसने से 10 बच्चों की मौत हुई है, जिनके शव निकाले जा चुके हैं. सिंह ने बताया कि अब तक 30 से ज्यादा बच्चों को बचाया जा चुका है. फिलहाल बचाव कार्य जारी हैं. दमकल विभाग की छह गाड़ियां आग बुझने में लगी और अब आग पर काबू पा लिया गया है. उन्होंने बताया कि इस वार्ड में 47 नवजात शिशु भर्ती थे.
सीएम योगी का सामने आया पहला रिएक्शन
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुई घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. बयान में कहा गया है, "घटना में असामयिक मृत्यु का शिकार हुए नवजात शिशुओं के माता-पिता को मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जा रही है." बयान में कहा गया है कि शुक्रवार देर रात घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को मौके पर भेजा. बताया गया कि मुख्यमंत्री रात भर घटनास्थल से हर पल की जानकारी लेते रहे.
पीएम मोदी ने बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के एक मेडिकल कॉलेज में बच्चों के वार्ड में आग लगने से 10 शिशुओं की मौत पर शनिवार को दुख व्यक्त किया और कहा कि राज्य सरकार की निगरानी में स्थानीय प्रशासन राहत एवं बचाव के हर संभव प्रयास कर रहा है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने प्रधानमंत्री मोदी के हवाले से सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, "हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है. इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं हैं. ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है."
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