Awadh Ojha reaction on Delhi coaching incident: दिल्ली में हुए कोचिंग हादसे पर लगातार ट्रोल होने के बाद पहले विकास दिव्यकीर्ति और अब अवध ओझा ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. दोनों ही सिविल सेवा की तैयारी के सेलिब्रिटी टीचर माने जाते हैं, जिनकी रील और मोटिवेशनल वीडियो पर करोड़ों व्यूज आते हैं. इनके कोचिंग एंपायर भी अक्सर चर्चा का विषय बनते हैं. अवध ओझा ने अवध ओझा क्लासेज (Avadh Ojha Classes) नाम के यूट्यूब चैनल पर वीडियो पोस्ट कर अपनी बात रखी है. इस 12 मिनट 8 सेकेंड के वीडियो में अवध ओझा ने हादसे से जुड़े तमाम पहलुओं पर विस्तार से बात की है.
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इस वीडियो में अवध ओझा कहते हैं, 'सबसे पहले दिवंगत स्टूडेंट्स को श्रद्धांजलि दी है. राजेंद्र नगर की वर्षा जन्य दुर्घटना में जान गंवाई. अब सवाल ये नहीं है कि ऐसी घटनाएं कैसे घटती हैं, सवाल यह है कि ऐसी घटनाएं क्यों घटती हैं. सूरत में 22 बच्चे जलकर मरे. फिर मुखर्जी नगर में आग लगी, बच्चे बिल्डिंग में ऊपर से कूदे. सबने देखा, कोई धरना-प्रदर्शन करने नहीं गया. लाइव वीडियो चलती रही. राजकोट के गेमिंग जोन में इतने बच्चे मरे कोई नहीं आया. इसी क्रम में राजेंद्र नगर में घटना घटती है और बच्चों की मृत्यु होती है.'
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दिल्ली कोचिंग हादसे पर विकास दिव्यकीर्ति का आया पहला जवाब, दिल्ली सरकार से कर दी ये बड़ी मांग
अवध ओझा आगे कहते हैं, 'सवाल यह है कि या तो आप कंसंर्ड अथॉरिटी को घेरकर बोलो कि बेसमेंट में कोई नहीं मिलेगा. सरकार ऐसा लॉ पास करे कि अगली बार ऐसा होता है कि किसी भी संस्थान, कोई भी इंस्टिट्यूट, किसी भी जगह जहां पर ओनर की लापरवाही से किसी की मृत्यु हो रही है उसकी संस्था और उसकी पूरी संपत्ति सील की जाएगी. उसको आजीवन कारावास दिया जाएगा. इसका विधान बनाया जाए, वरना ये ऐसे ही चलता रहेगा, कुछ नहीं होगा. इससे जुड़ी अधिकारियों की सारी संपत्ति सीज कर ली जाएगी, उनको भी आजीवन करावास दिया जाएगा.'
अवध ओझा ने 4 सूत्री मांग की
अवध ओझा ने कहा कि लोग एक दूसरे पर कीचड़ उछालने आए हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों को कठोर कानून बनाने की मांग करनी चाहिए. उन्होंने एक वाकया शेयर किय़ा जब बेसमेंट में पढ़ाने वाले एक टीचर की मौत हो गई और संस्था ने जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया. उन्होंने आगे कहा कि ये कानून बनना चाहिए कि किसी क्लास में 100 से ज्यादा बच्चे नहीं बैठेंगे.
अवध ओझा ने कहा कि मैंने तो कई बार छात्रों से कहा कि दिल्ली क्यों आते हो, ऑनलाइन पढ़ो, कम पैसे लगेंगे. अपने घर के पास की लाइब्रेरी में पढ़ो. अवध ओझा ने चार सूत्री मांग करने को कहा. पहला सेफ्टी स्टैंडर्ड को फॉलो किया जाए. दूसरा ये कि सीमित संख्या में स्टूडेंट्स क्लास में बैठें, 100 स्टूडेंट्स से ज्यादा न बिठाए जाएं. तीसरा, एडमिशन फॉर्म में कोचिंग रिस्पॉन्सिबिलिटी लिखी जाए कि मेरे संस्थान में कोई घटना घटती है, तो मैं इसका जिम्मेदार माना जाऊंगा. चौथा, एक कानून पारित होनी चाहिए.
अवध ओझा के इस पूरे वीडियो को यहां नीचे देखा जा सकता है.
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