Uttar Pradesh News : दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) मामले की सुनवाई 1 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया है. अगली तारीख पर अदालत क्षेत्रीय क्षेत्राधिकार पर दलीलें सुनेगी. बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप तय करने के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को पेशी से आज छूट मिली. शनिवार को ब्रजभूषण अदालत में पेश नहीं हुए लेकिन पीड़ित महिला पहलवानों की वकील रेबिका जॉन ने उनके खिलाफ शिकायतों और पहलवानों की पीड़ा के बारे में कोर्ट को बताया.
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कोर्ट में पेश नहीं हुए बृजभूषण
महिला पहलवानो की तरफ से वकील रेबेका जॉन ने कोर्ट को बताया कि कब-कब और किस जगह महिला खिलाडी का यौन उत्पीड़न किया गया. इसमें देश और विदेश में दोनो जगहें शामिल हैं. रेबिका जॉन ने कोर्ट में कहा कि, ‘एक महिला पहलवान ने अपनी शिकायत में बताया कि 2016 मंगोलिया के रियो में ओलंपिक क्वालीफाई प्रतियोगिता में भाग लिया था, होटल के रेस्टोरेंट में रात के खाने के लिए गई थी. वहां पर बृजभूषण भी खाने की मेज पर बैठे थे, वहां पर मुझको बुलाया गया. मैं वहां पर गई तो बृजभूषण ने मेरी छाती पर हाथ रखा और मेरे पेट तक हाथ ले गए. जिसके बाद मैं घबराकर वहां से चली गई और खाना खाकर अपने रूम में आ गई.’
पीड़ित पहलवानों ने लगाई आरोपों को झड़ी
याचिकाकर्ता पीड़ित महिला पहलवान की तरफ़ से वकील रेबिका जॉन ने कहा कि, टउसने अपनी शिकायत में बताया था कि 2018 में बृजभूषण में दिल्ली में अपने ऑफिस में उसके साथ बदसलूकी किया और कहा कि ट्विटर पर लिखने की क्या ज़रूरत है. तुमको क्या चहिए, उसके बाद एक बार फिर बृजभूषण ने अपने घर पर मेरे साथ बदसलूकी किया. उस दिन मैं इतना घबरा गई थी कि उस दिन किसी भी पेपर दस्तख़त के लिए कहते तो मैं कर देती. क्योंकि मुझे अपनी जान छुड़ानी थी.’ महिला पहलवान की तरफ़ से वकील रेबिका जॉन ने कहा 2018 में सिरीफोर्ट स्टेडियम में एक मैच हारने के बाद बृजभूषण ने सांत्वना देने के बजने 15-20 सेकेंड तक ज़बरदस्ती मुझको गले लगाया.
कोर्ट में दी ये जानकारी
रेबिका जॉन ने कहा कि 2019 में कजाकिस्तान ओलंपिक क्वालिफिकेशन के मैच के बाद बृजभूषण ने सबके सामने मेरी छाती और पेट पर हाथ रखा लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा, क्योंकि मुझको डर था मेरा कैरियर खराब हो सकता था. जनवरी 2023 में धरने पर बैठी थी. उसके बाद ओवर साइट कमेटी में मेरा बयान दर्ज हुआ. लेकिन वहां पर बयान सही से दर्ज नहीं किया गया. जो लोग वहां मौजूद थे वह बृजभूषण का बचाव कर रहे थे. हमने इसकी शिकायत की कि कमेटी में कोई पुरुष ना रखा जाए. लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई.
बृजभूषण ने अपनी ताकत का किया गलत इस्तेमाल
लखनऊ में हुई घटना के बारे में बताते हुए कहा कि एशियन चैम्पियनशिप के ट्रायल के दौरान ग्रुप फोटोग्राफी के दौरान बृजभूषण ने कंधा पकड़ कर अपनी तरफ खींचा था. मेरे हिप पर हाथ मार था. उसके बाद मैं फोटोग्राफी के लिए बृजभूषण के पास से हट कर दूसरी जगह चली गई थी. रेबिका जॉन ने कहा एक FIR इनसाइक्लोपीडिया नहीं होती है, FIR एक घटना या कई घटनाओं पर भी हो सकती है. जॉन ने कहा सभी शिकायतों से साफ दिखता है कि बृजभूषण अपने शक्ति का इस्तेमाल कर उनको प्रभावित करने की कोशिश करते थे.
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