Hathras stampede : उत्तर प्रदेश के हाथरस में बाबा साकार हरि के सत्संग में 121 लोगों की मौत ने पूरे प्रदेश को ही नहीं बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया है. मंगलवार दो जुलाई को हाथरस स्थित सिकंदराराऊ इलाके में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी. घटना के बाद से भोले बाबा उर्फ बाबा साकार हरि सुर्खियों में बने हुए हैं. इस बीच भोले बाबा को लेकर कुछ हैरान करने देने वाली जानकारी सामने आई हैं.
ADVERTISEMENT
हाथरस वाले भोले बाबा का क्राइम रिकॉर्ड आया सामने
जानकारी के मुताबिक भोले बाबा उर्फ बाबा साकार हरि का पुराना आपराधिक इतिहास भी रहा है. यूपीतक के पास उस FIR की कॉपी है, जिसमें ये बाबा पहले गिरफ्तार भी हुआ था. दरअसल, आगरा में सन 2000 में भोले बाबा में भोले बाबा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस ने तब चमत्कारी उपचार अधिनियम के तहत दर्ज केस में उसे पकड़ा था. तब इस बाबा समेत सात लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. हांलाकि बाद में सबूतों के अभाव में कोर्ट से सबको बरी कर दिया गया था.
पुलिस पहले भी कर चुकी है गिरफ्तार
सामने आई जानकारी के मुताबिक साकार हरि उर्फ भोले बाबा की कोई संतान नहीं थी. एक बच्ची उन्होंने गोद ले रखी थी, जिसको कैंसर था. एक दिन अचानक उसके बेहोश होने के बाद अनुयायियों ने कहा कि भोले बाबा उसको ठीक करेंगे. अचानक कुछ देर बाद वह होश में आई और फिर उसकी मौत हो गई. शव को आगरा के मल्ल का चबूतरा शमशान घाट ले जाया गया, लेकिन अनुयाई इस बात पर अड़ गए थे कि भोले बाबा आएंगे और बच्ची को जिंदा करेंगे. तब चार थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची थी और अनुयायियों पर लाठीचार्ज के बाद साकार हरि उर्फ भोले बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया था.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को बाबा साकार हरि का सत्संग खत्म होते ही भगदड़ मची थी. हादसे में अब तक 121 लोग जान गंवा चुके हैं. मरने वालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है. हादसे के बाद बाबा साकार हरि सवालों के घेरे में हैं और अपने आश्रम से फरार हैं.
ADVERTISEMENT