मुख्तार और उसकी वाइफ के पास लग्जरी कारों का कलेक्शन, 786 नंबर की गाड़ियों का होता था काफिला

विनय कुमार सिंह

• 10:26 AM • 01 May 2023

Uttar Pradesh News: मुख्तार अंसारी को गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट में दस साल कारावास की सजा सुनाई दी है. इसी के साथ…

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Uttar Pradesh News: मुख्तार अंसारी को गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट में दस साल कारावास की सजा सुनाई दी है. इसी के साथ उसके भाई और  बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी को भी गैगस्टर एक्ट में चार साल जेल की सजा सुनाई गई है. मुख्तार पर पांच लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.  मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) एक ऐसा नाम है, जिसकी चर्चा होते ही बाहुबली और माफिया डॉन की छवि मन में आ जाती है. लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि वह कॉलेज के दिनों में एक अच्छा क्रिकेट खिलाड़ी हुआ करता था.

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मुख्तार के पास था इन लग्जरी गाड़ियों का कलेक्शन

मुख्तार अंसारी फिया डॉन बनने के पहले कॉलेज के दिनों में क्रिकेट का बेहतरीन खिलाड़ी होने साथ जबरदस्त निशानची था और गाड़ियों का शौकीन था. कॉलेज के दिनों में दोस्तों के बीच लंबू के नाम से मशहूर मुख्तार दोस्तों के साथ बुलेट और जीप की सवारी करते हुए मोहमदाबाद और गाजीपुर की सड़कों पर अक्सर दिख जाता था. मुख्तार जब गैंगस्टर से विधायक बना तो गाड़ियों का यह शौक उसके साथ काफिले की शक्ल में भी दिखने लगा. बदलते दौर के साथ मुख्तार के पास मारुति जिप्सी के अलावा टाटा सफारी, फोर्ड एंडेवर, पजेरो स्पोर्ट, ऑडी, BMW जैसी गाड़ियों का कलेक्शन खूब रहा.

सभी गाड़ियों का नंबर था 786

80 और 90 के दशक में जब मुख्तार के भाई अफजाल विधायक हो चुके थे, तब क्रिकेट खिलाड़ी मुख्तार अंसारी को बुलेट मोटर साइकिल, एंबेसडर कार और जीप से शिकार खेलने का शौक था. ये वो दौर था जब मार्केट में मारुति जिप्सी, मारुति कार और वैन जैसी गाड़ियों ने दस्तक दी थी, जिन्हें मुख्तार बड़े ही शौक से चलाता था. 1986 में हरिहरपुर के सच्चिदानंद राय हत्याकांड के बाद जब मुख्तार पहली बार जेल से बाहर आया तो उसके काफिले में उस वक्त की लक्जरी गाड़ियों का काफिला था. मुख्तार अंसारी के काफिले में चलने वाली सभी गाड़ियों का नंबर भी 786 ही रहता था.

मुख्तार के पत्नी के पास भी गाड़ियों का काफिला

वहीं जेल में बंद मुख्तार की चाहत थी की जब वो छूट कर बाहर आएगा तो उसके काफिले में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बिकने वाली एस यू वी “हमर” भी शामिल हो, लेकिन ये शौक फिलहाल पूरा न हो सका. माफिया डॉन मुख्तार के पास कार कलेक्शन उसके शौक की कहानी भी बयान करते हैं. साल 2005 से मुख्तार अंसारी तो जेल में बंद है, लेकिन उसकी पत्नी और बच्चे एक से बढ़कर एक गाड़ियों का शौक पाले हुए थे. मुख्तार की पत्नी अफ्शा के पास ऑडी, मार्सडिज और बीएमडब्ल्यू जैसी गाडियां थी, तो बेटों अब्बास और उमर के काफिले में टोयोटा फॉर्च्यूनर, फोर्ड इंडिवर और बीएमडब्ल्यू जैसी गाडियां आम थी.

अफशा अंसारी के भाईयों के पास भी ऑडी, बीएमडब्ल्यू और हुंडई एलेंट्रा जैसी लग्जरी गाडियां थी. मुख्तार के सांसद भाई अफजाल अंसारी खुद पजेरो स्पोर्ट और फोर्ड इकोस्पोर्ट जैसी गाड़ियों का इस्तेमाल करते थे. आज भी मुख्तार के घर पर उसके नाम से या बेनामी जो भी महंगी और लग्जरी गाडियां थी, वे करोड़ों की थी. वहीं अब मुख्तार की ज्यादातर गाड़ियों को पुलिस ने जब्त कर लिया है.

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