प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार, 11 दिसंबर को सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम के साथ यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे. पीएम मोदी ने इस मौके पर दिए अपने संबोधन में यूपी में आगामी विधानसभा चुनावों के टोन को सेट करने की पूरी कोशिश की. उन्होंने न सिर्फ इस परियोजना के बहाने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा बल्कि बीजेपी के चुनावी एजेंडे को भी लोगों के सामने पेश करने की कोशिश की.
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पीएम ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले जनरल बिपिन रावत समेत अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी. पीएम ने जनरल बिपिन रावत के निधन को राष्ट्र की क्षति बताते हुए हेलिकॉप्टर हादसे में जीवित बचे देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की.
बिना नाम लिए अखिलेश पर तंज, ‘कुछ लोगों की प्राथमिकता फीता काटना’
पीएम मोदी ने सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन करते हुए बिना नाम लिए अखिलेश यादव पर तंज भी कसा. असल में केंद्र और प्रदेश की सरकार की और से पिछले कुछ समय से जिन परियोजना का उद्धाटन किया जा रहा था, उसे लेकर समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव का दावा था कि यह उनके कार्यकाल में हुआ काम है. पिछले दिनों पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को लेकर ऐसे दावे और प्रतिदावे दोनों पक्षों से किए गए.
इसी क्रम में शनिवार को भी पीएम मोदी के सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के उद्घाटन से पहले अखिलेश यादव ने दावा किया कि उनकी सरकार में तीन चौथाई काम पूरा हो गया था. पीएम ने अखिलेश का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उन्होंने कहा, ‘जब मैं दिल्ली से चला तो सुबह से इंतजार कर रहा था कि कब कोई आएगा और कहेगा कि मोदी जी इस योजना का फीता तो हमने काटा था. कुछ लोगों की आदत है ऐसा कहने की, हो सकता है बचपन में भी फीता उन्होंने ही काटा हो. कुछ लोगों की प्राथमिकता फीता काटना है, हमारी काम समय से पूरा करना.’
50 साल पहले शुरू हुआ काम हमने किया पूरा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने दावा किया कि सरयू नहर परियोजना का काम 50 साल पहले शुरू किया गया था.
पीएम ने कहा,
“मैंने सार्वजनिक जीवन में कई सरकारें देखीं, लेकिन मुझे पीड़ा हुई यह देखकर की देश के धन, संसाधन उसके समय का दुरुपयोग हुआ. आज से 50 साल पहले इसका काम शुरू हुआ था. सोचिए 50 साल बाद इसका काम पूरा हुआ. हिंदुस्तान का हर नागरिक इस बात को समझे, हर नौजवान समझे. जब इसपर काम शुरू हुआ था तो इसकी लागत 100 करोड़ रुपये थी. आज ये लगभग 10 हजार करोड़ रुपये खर्च करने के बाद पूरी हुई. 100 गुना ज्यादा कीमत इस देश को चुकानी पड़ रही है. दशकों तक देरी की वजह से किसानों का अरबों खरबों का नुकसान हुआ है.”
नरेंद्र मोदी, पीएम
‘फर्क साफ है’ के जरिए नया नारा देने की कोशिश कर गए पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में यूपी के आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रख कई बातें कहीं. पीएम ने कहा कि ‘पहले की सरकारें माफियाओं का संरक्षण करती थीं, योगी जी माफियाओं को साफ कर रहे हैं. पहले की सरकारें बाहुबलियों को बढ़ाती थीं. पहले यूपी की बेटियां घर से निकलने से पहले 100 बार सोचती थीं. पहले बेटियां घर में दुबकने को मजबूर थीं, आज अपराधी घर से बाहर निकलने पर सोचता है और जेल में दुबकने को मजबूर है. तभी तो यूपी की जनता कहती है कि फर्क साफ है.’ पीएम मोदी ने इस नए नारे की मदद से यूपी के राजनीतिक टोन को सेट करने की कोशिश की.
पीएम मोदी ने देश के किसानों को दिया खास निमंत्रण
पीएम मोदी ने कहा, ‘बलरामपुर से देश के किसानों को एक विशेष निमंत्रण देना चाहूंगा. इसी महीने 16 दिसंबर को सरकार प्राकृतिक खेती पर एक बहुत बड़ा आयोजन करने जा रही है. हमारे एक पद्म पुरस्कार विजेता सुभाष जी ने जीरो बजट खेती का प्लान किया है. मेरा देशभर के किसान साथियों से आग्रह है कि आप इस कार्यक्रम से जुड़िए.’
पीएम मोदी के भाषण की अन्य मुख्य बातें
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“सरयू नहर परियोजना में जितना काम 5 दशक में हो पाया था, उससे ज्यादा काम हमने 5 साल से पहले करके दिखाया है. यही डबल इंजन की सरकार है. यही डबल इंजन की सरकार के काम की रफ्तार है.”
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“इस कोरोना काल में हमने पूरी ईमानदारी से प्रयास किया है कि कोई गरीब भूखा ना सोए. अभी इसलिए पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मिल रहे मुफ्त राशन के अभियान को होली से आगे तक बढ़ा दिया गया है.”
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“योगी जी की सरकार जब से आई है, तब से गन्ने के भुगतान में भी बहुत तेजी आई है. पिछली सरकारों में जहां 20 से अधिक चीनी मिलों में ताला लग गया, वहीं योगी जी की सरकार ने कितनी ही चीनों का विस्तार और आधुनिकीकरण किया है.”
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“पहले जो सरकार में थे- वो माफिया को संरक्षण देते थे. आज योगी जी की सरकार, माफिया की सफाई में जुटी है. तभी तो यूपी के लोग कहते हैं- फर्क साफ है.”
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“पहले जो सरकार में थे- वो बाहुबलियों को बढ़ाते थे. आज योगी जी की सरकार गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी, सभी को सशक्त करने में जुटी है. तभी तो यूपी के लोग कहते हैं- फर्क साफ है.”
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“पहले जो सरकार में थे, वो यहां जमीनों पर अवैध कब्जे करवाते थे. आज ऐसे माफियाओं पर जुर्माना लग रहा है, बुलडोजर चल रहा है. तभी तो यूपी के लोग कहते हैं- फर्क साफ है.”
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“पहले यूपी की बेटियां घर से बाहर निकलने से पहले 100 बार सोचने के लिए मजबूर थीं. आज अपराधी गलत काम करने से पहले 100 बार सोचता है. तभी तो यूपी के लोग कहते हैं- फर्क साफ है.”
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