IPS Avinash Pandey Life Story: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में स्थानीय पुलिस और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार तड़के मुठभेड़ के बाद उन तीन आतंकियों को मार गिराया जो गुरुदासपुर (पंजाब) में पुलिस चौकी पर बम फेंकने की घटना में संलिप्त थे. ये तीनों आतंकवादी खालिस्तानी कमांडो फोर्स (Khalistani Commando Force) नामक आतंकी संगठन से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. इस मुठभेढ़ में 25 साल के गुरविंदर, 23 साल के वीरेंद्र और 18 साल के जसनप्रीत की जान गई है. आपको बता दें कि दो राज्यों की पुलिस द्वारा अंजाम दिए गए इस एनकाउंटर को पीलीभीत के एसपी अविनाश पांडे ने लीड किया. आज आप इस खबर में IPS अविनाश पांडे की कहानी जानिए.
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कौन हैं IPS अविनाश पांडे
यूपी पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, अविनाश पांडे 2015 बैच के IPS असफर हैं. मूल रूप से उत्तर प्रदेश के खीरी के रहने वाले अविनाश पांडे का जन्म साल 1988 में हुआ था. उन्होंने बीएससी तक पढ़ाई की है. मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस सेवा में आने के बाद कानपुर, बरेली, मेरठ व मैनपुरी में तैनात रह चुके हैं. इससे पहले वह इनकम टैक्स विभाग में इंस्पेक्टर और डाक विभाग में लिपिक पद पर सेवाएं दे चुके हैं.
कैसे हुआ ये पीलीभीत एनकाउंटर?
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पंजाब के गुरुदासपुर में पुलिस चौकियों पर हमले हो रहे थे. ये हमले उन पुलिस चौकियों पर हो रहे थे, जहां पुलिसकर्मी कम थे. ऐसे में पंजाब पुलिस को इन तीनों आतंकियों की तलाश थी. बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस लगातार इनकी तलाश कर रही थी. तभी पंजाब पुलिस को खुफिया इनपुट मिला की ये तीनों उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में हैं. पीलीभीत में इन तीनों की लोकेशन मिलते ही पंजाब पुलिस ने यूपी पुलिस और पीलीभीत पुलिस से संपर्क किया.
Pilibhit Police को भी क्षेत्र में 3 लोगों की सूचना मिली, जिनके पास संदिग्ध सामान था. इसी के बाद पंजाब और यूपी पुलिस ने खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ ये ऑपरेशन लॉन्च कर दिया.
अपराधियों के पास से मिले ये सारे हथियार
बता दें कि तीनों आतंकियों के पास से पुलिस ने 2 AK-47 राइफल समेत भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद किया है. ये तीनों आतंकी गुरुदासपुर के ही रहने वाले हैं.
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