UP News: संभल, मुजफ्फरनगर और वाराणसी के मुस्लिम बाहुल्य इलाके में मंदिर मिलने के बाद अब जौनपुर के कब्रिस्तान के बीचों बीच शिवलिंग मिला है. कब्रिस्तान में शिवलिंग मिलने की खबर से हड़कंप मच गया है. बता दें कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक पक्ष के लोग शिवलिंग को सुरक्षित करने के लिए वहां दीवार करवाने की मांग को लेकर शहर कोतवाली पहुंचे.
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मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे. बता दें कि हिंदू पक्ष का कहना है कि ये शिवलिंग 150 से अधिक साल पुराना है. तो वही मुस्लिम पक्ष का कहना है कि ये शिवलिंग 20 साल पुराना है और यहां कभी-कभी पूजा होती है. फिलहाल शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिसबल मौके पर तैनात है.
कब्रिस्तान में मिला शिवलिंग
मिली जानकारी के मुताबिक, जौनपुर शहर कोतवाली अंतर्गत मुल्ला टोला मोहल्ले में स्थित कब्रिस्तान में ये शिवलिंग मिला है. शिवलिंग की सुरक्षा की मांग को लेकर शुक्रवार की शाम हिंदू पक्ष के लोग जौनपुर कोतवाली पहुंच गए.
सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारी सक्रिय हो गए. सिटी मजिस्ट्रेट इंद्र नंदन सिंह, सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष श्रीवास्तव और शहर कोतवाल मिथिलेश मिश्रा भारी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए. स्थानीय लोगों का कहना है कि ये शिवलिंग लगभग 150 वर्ष पुराना है.
पीपल के पेड़ के नीचे था शिवलिंग
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले कब्रिस्तान में पीपल का पेड़ था. पेड़ के नीचे शिवलिंग स्थापित था. मगर पेड़ गिर गया और शिवलिंग खुले आसमान के नीचे आ गया. हिंदू पक्ष की मांग है कि शिवलिंग के पास दीवार बनाई जाए और इसे सुरक्षित कर दिया जाए.
1972 में हुआ था समझौता
मिली जानकारी के मुताबिक, साल 1972 में दोनों पक्षों में समझौता हुआ था कि हिंदू पक्ष के लोग पूजा अर्चन जारी रखेंगे. मुस्लिम पक्ष का कहना है कि ये शिवलिंग 150 साल पुराना नहीं बल्कि 20 से 25 साल ही पुराना है. बता दें कि जिस इलाके में ये शिवलिंग मिला है, वहां 99 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या रहती है. बताया जा रहा है कि शिवलिंग की कभी-कभी लोग पूजा करने भी आते हैं.
सिटी मजिस्ट्रेट ने ये बताया
इस पूरे मामले पर इंद्रनंदन सिंह (सिटी मजिस्ट्रेट जौनपुर) ने बताया, शहर के मुला ओला मोहल्ले में कब्रिस्तान के बीच शिवलिंग का मामला सामने आया है. मौके पर जाकर जांच की गई है. दोनों पक्षों ने माना है कि यहां शिवलिंग और मंदिर था. यहां जो कमरे बने थे, वह टूट गए. वर्तमान में शिवलिंग खुले में है. हिंदू पक्ष के लोग वहां कुछ निर्माण करना चाहते हैं. मौके पर शांति व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
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