उत्तर प्रदेश के बरेली में 17 मई को मौलाना तौकीर रजा ने प्रेसवार्ता कर बड़ा बयान दिया है. मौलाना तौकीर ने पीएम मोदी को धृतराष्ट्र बताते हुए सवाल किया कि प्रधानमंत्री तय करें कि क्या वह न्याय के साथ हैं?
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उन्होंने ज्ञानवापी मामले को लेकर कहा, “मैं हिन्दू भाइयो से कहना चाहूंगा कि आपके धर्म का किस तरह से मजाक उड़ा रहे हैं. इन्हें फाउंटेन और शिवलिंग में अन्तर समझ नहीं आता. ये चाहते हैं कि हिंदुस्तान में एक और बंटवारा करवाया जाए.”
मौलाना तौकीर ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग की बात कही जा रही है, लेकिन हिंदुस्तान की हर मस्जिद में ऐसा हौज पाया जाता है. इस तरह का फव्वारा हर मस्जिद में पाया जाता है तो क्या हर मस्जिद में मंदिर बनवा दिया जाए.
उन्होंने आगे कहा कि जामा मस्जिद में तो इस तरह का फव्वारा जरूर मिलेगा. उन्होंने कहा कि अगर हुकूमत जबरदस्ती करती है तो हुकूमत को परिणाम भुगतने होंगे.
मौलाना तौकीर ने कहा, “दुनिया जानती है कि बाबरी मस्जिद का फैसला झूठा हुआ था. हमारी मजबूरी को कमजोरी न समझें. जाइए जामा मस्जिद के हौज का फोटो लीजिए, नौम्हला मस्जिद में भी पत्थर मौजूद है.”
उन्होंने कहा कि
“ज्ञानवापी में कानून का मजाक बनाया जा रहा है. कमरो की तलाशी लेने के लिए जिसे भेजा था उसने खुले में जो हौज है उसे देखा. अगर ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग है तो हर मस्जिद में ऐसा शिवलिंग है. हिंदुस्तान में ऐसे बहुत से मंदिर थे जहां मस्जिद बनाई गई.”
मौलाना तौकीर रजा
उन्होंने आगे कहा, “बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हमारी आस्था को नहीं माना. अब किसी कोर्ट में जाने की जरूरत नहीं है. ताजमहल के नीचे भी शिवलिंग मिल जाएगा, कुतुबमीनार पर भी शिवलिंग है. कब्जा करना चाहते हैं तो कब्जा करो, कोर्ट जाने की जरूरत नहीं, सब्र करने की जरूरत है.”
ज्ञानवापी: टिकैत बोले- विकास के काम पर कोई बात नहीं हो रही, मंदिर-मस्जिद हर गांव में हैं
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