UP News: हाल ही में सुल्तानपुर लूट कांड में शामिल आरोपी अनुज प्रताप सिंह का यूपी एसटीएफ और उन्नाव पुलिस की टीम ने एनकाउंटर कर दिया था. एसटीएफ और अनुज प्रताप सिंह के बीच खूब गोलियां चली थी, जिसमें अनुज मारा गया था. बता दें कि इस एनकाउंटर के बाद से उन्नाव के जिलाधिकारी गौरांग राठी चर्चाओं में बने हुए हैं.
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दरअसल जैसे ही एसटीएफ और पुलिस को सूचना मिली की सुल्तानपुर लूट कांड का आरोपी अनुज प्रताप सिंह उन्नाव में हैं, तभी उन्होंने कार्रवाई के आदेश दे दिए. माना जा रहा है कि जिस तरह से अनुज और उसके साथियों ने लूट कांड को अंजाम दिया था, उससे देख कर पुलिस और एसटीएफ भी मान रही थी कि अनुज आसानी से हाथ नहीं आएगा और फायरिंग करना शुरू कर देगा. ऐसे में उन्नाव डीएम द्वारा उचित कार्रवाई के आदेश दे दिए गए थे. इसके बाद यूपी एसटीएफ और उन्नाव पुलिस ने अनुज को जबावी कार्रावाई में मार गिराया था.
बता दें कि उन्नाव जिलाधिकारी गौरांग राठी की छवि तेज तर्रार आईएएस अधिकारी की है. वह सख्त एक्शनों और सिस्टम में बदलाव के लिए जाने जाते हैं. आज हम आपको उनकी पूरी कहानी बताते हैं.
कौन हैं आईएएस अधिकारी गौरांग राठी?
आईएएस अधिकारी और इस समय उन्नाव के जिलाधिकारी गौरांग राठी उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले हैं. इनका जन्म साल 1987 में हुआ था. गौरांग शुरू से ही पढ़ाई में काफी तेज थे. 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने टेक्सटाइल में बी.टेक किया. बी.टेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने आईएएस अधिकारी बनने की ठानी और सिविल परीक्षा की तैयारी में जुट गए.
यहां भी उन्हें सफलता हाथ लगी और उन्होंने आईएएस हासिल कर लिया. बता दें कि गौरांग राठी साल 2014 बैच के आईएएस अधिकारी हैं.
आईएएस गौरांग राठी मुरादाबाद, बहराइच, वाराणसी, अलीगढ़ में भी तैनात रहे हैं, फिर इन्हें भदौही के जिलाधिकारी पद पर तैनाती मिली. इसके बाद अब आईएएस अधिकारी गौरांग राठी को उन्नाव में तैनाती मिली हुई है.
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