कानपुर में अब खतरनाक जीका वायरस का प्रसार देखने को मिला है. रविवार को एक साथ जीका वायरस से संक्रमित छह नए मरीजों के सामने आने से हड़कंप मच गया है. लखनऊ से संचारी रोग विभाग के डायरेकटर देर शाम अपनी टीम के साथ कानपूर पहुंच गए हैं. उनके निर्देश पर आनन-फानन में कांशीराम हॉस्पिटल में जीका वायरस वॉर्ड बना दिया गया है. नए मरीजों को इसी वॉर्ड में भर्ती कराया गया है.
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खास बात यह है कि ये सभी मरीज कानपुर के चकेरी इलाके में सामने आए हैं. अबतक तीन एयरफोर्स कर्मी पीड़ित हो चुके हैं. पहला मरीज भी एयरफोर्स कर्मी था. डायरेक्टर वाजपेई का कहना है शहर में 22 अक्टूबर को जीका वायरस से संक्रमित पहला मरीज मिला था. 6 नए मरीजों के मिलने से अब शहर में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 10 हो गई है. इनको एयरफोर्स हॉस्पिटल और कांशीराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कांशीराम अस्पताल में मरीजों के लिए एक अलग वॉर्ड बनाया गया है. संक्रमितों को मच्छरदानी में रखा गया है. डायरेक्टर ने शहरवासियों से अपील की है कि लोग घरों में मच्छरों के पैदा होने के संभावित स्थानों को तुरंत सफाई करें. मच्छरदानी लगाएं. उनका कहना है की कोई चिंता वाली बात नहीं है. सभी मरीज ठीक हैं.
जानिए, क्या है जीका वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WO) के मुताबिक, जीका वायरस एडीज मच्छरों से फैलता है. पहली बार साल 1952 में युगांडा और तंजानिया में इंसानों में इसका संक्रमण पाया गया था.
क्या हैं इसके संक्रमण के लक्षण
जीका वायरस से संक्रमितों के अंदर हल्का बुखार, चकत्ते, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द या सिरदर्द जैसे लक्षण होते हैं. 2 से 7 दिनों तक ये लक्षण दिख सकते हैं. शारीरिक संबंध बनाने से भी इस वायरस का संक्रमण हो सकता है.
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