Lucknow News : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ था. लखनऊ में एडिशनल SP श्वेता श्रीवास्तव (IPS Sweta Srivastav) के 10 साल के इकलौते बेटे नैमिश को तेज रफ्तार गाड़ी ने टक्कर मार दी थी. टक्कर इतनी तेज थी कि नैमिश करीब 10 फीट ऊपर उछल गया था. इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं इस मामसे में आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने जो खुलासा किया है वो काफी हैरान कर देने वाला है.
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आरोपियों ने लगाया था ये शर्त
आरोपियों (सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा) ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि जब रेस लगाई गई थी तभी तय कर दिया गया था कि रास्ते में कोई भी आया तो उसे उड़ा देंगे. ब्रेक नहीं लगाएंगे. यह बात आरोपी सार्थक ने देवश्री से कही थी. यही वजह है कि मासूम को रौंदते हुए SUV निकल गई. ये बात आरोपी सार्थक ने देवश्री से कही थी और उसने यही किया भी. सड़क किनारे स्केटिंग कर रहे मासूम नामिश को SVU रौंदते हुए निकल गई और रोकने का भी प्रयास नहीं किया. CCTV फुटेज में गाड़ी का नंबर भी ट्रेस नहीं हो पाया था.
पुलिस के पूछताछ में हुआ खुलासा
आरोपी ये सोच रहे थे कि पिता सपा नेता रविंद्र सिंह दोनों को बचा लेंगे. यही वजह है कि वारदात के बाद घर जाकर सबसे पहले इसकी जानकारी दी थी. ADCP पूर्वी जोन सय्यद अली अब्बास के मुताबिक, दोनों आरोपियों ने जिस तरीके से टक्कर मारी थी और CCTV फुटेज नहीं मिले थे, इससे उनको लगा था कि पुलिस उन्हें ट्रेस नहीं कर पाएगी. एक्सीडेंट के वक्त कार में सवार सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा ने कुबूल किया है कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि उन्हें पता था कि बच्चा नहीं बचेगा. इसलिए मौके भाग गए.
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