Umesh Pal Murder Case: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के बेटे असद का शव शनिवार सुबह प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफनाया गया, जबकि उसके साथी गुलाम का शव शिवकुटी स्थित कब्रिस्तान में दफन किया गया. आपको बता दें कि गुलाम के अंतिम संस्कार के वक्त मौके पर भारी भीड़ थी. वहीं, इस दौरान गुलाम की पत्नी और पिता कब्रिस्तान में मौजूद थे. बेटे गुलाम का जब शव दफन किया जा रहा था, तब उसके पिता कौन में बैठकर फूट-फूट कर रो रहे थे. वहीं, पत्नी का भी रो-रो कर बुरा हाल था. आपको बता दें कि शुक्रवार को यूपी तक से बातचीत में गुलाम के भाई और मां ने ऐलान किया था वह उसका शव लेने नहीं जाएंगे क्योंकि उसने गलत काम कर परिवार का नाम कलंकित किया है.
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13 अप्रैल को हुई थी असद-गुलाम की एनकाउंटर में मौत
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल के हत्याकांड के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में ताबड़तोड़ गोलियां चला कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में वांछित अभियुक्त असद अहमद और गुलाम गुरुवार को झांसी में UPSTF के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए थे. यह घटना उस समय हुई थी, जब अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज की एक अदालत में पेशी हो रही थी.
वहीं, कसारी मसारी कब्रिस्तान में असद के शव को दफनाने की प्रक्रिया करीब एक घंटे चली. इस दौरान अतीक अहमद और उसके परिवार का कोई करीबी सदस्य नजर नहीं आया. कब्रिस्तान के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी. कब्रिस्तान में अतीक अहमद के रिश्तेदारों और परिचितों को ही दाखिल होने दिया गया और मीडियाकर्मियों को भीतर जाने की अनुमति नहीं दी गई. एंबुलेंस में शव के साथ असद का फूफा उस्मान था.
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