Deoria News: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां दलित युवक की बाइक से टक्कर लगने पर दबंगों ने लाठी-डंडे से जमकर उसकी पिटाई कर दी, जिसके बाद गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई. मदनपुर थाना प्रभारी मुकेश मिश्रा ने बताया कि 13 जनवरी को युवक की पिटाई की गई थी. इस मामले में 6 आरोपियो के खिलाफ 307 और SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज किया था. मगर 16 जनवरी की रात इलाज के दौरान युवक की मौत होने पर आरोपियों के विरुद्ध 302 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. जल्द ही सभी की गिरफ्तारी की जाएगी. मृतक ईंट-भट्ठे पर मजदूरी का काम करता था.
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क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि सुरौली थाना क्षेत्र के जद्दू परसिया गांव निवासी नगीना प्रसाद का बेटा केतक 13 जनवरी को ईंट-भट्ठे से बाइक से किसी काम के लिए निकला था. आरोप है कि कुछ दूर जाने पर गांव के ही बुजुर्ग उग्रसेन यादव को केतक की बाइक से ठोकर लग गई, जिससे उनका पैर फ्रैक्चर हो गया था. हादसे के बाद डर की वजह से केतक अपनी बाइक से ईंट-भट्ठे पर वापस पहुंचा. इसके बाद गांव के ही दबंग युवक लाठी-डंडे से लैस होकर ईंट-भट्ठे पर धमक पड़े और युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा. बीच-बचाव करने आए मां-बाप को भी पीटा गया.
सूचना मिलने पर डायल 112 मौके पर पहुंची. गंभीर रूप से घायल युवक को CHC ले जाया गया, जहां से उसे गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. इलाज के दौरान 16 जनवरी की रात को घायल युवक की मौत हो गई. 17 जनवरी को पोस्टमॉर्टम के बाद शव गांव पहुंचा तो गांव का माहौल गम में डूब गया. मदनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और फिर शव का अंतिम संस्कार कराया गया.
मदनपुर थाना प्रभारी मुकेश मिश्रा ने यूपी तक से फोन पर हुई बातचीत में बताया, “13 जनवरी को ईंट भट्ठे पर दलित युवक को कुछ लोगों द्वारा पीटा गया था, जिसकी इलाज के दौरान 16 जनवरी की रात में मौत हो गई है. मामले में गुजेसर यादव, रामहंस यादव, शैलेश यादव, श्रीराम यादव, रामप्रवेश यादव और राजू यादव के खिलाफ 307 और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था, लेकिन मौत हो जाने के बाद 302 के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है.”
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