BSP का गढ़ था मगर दलित-मुस्लिम…वोटिंग के बाद अंबेडकरनगर के पत्रकारों ने बताया चुनाव में क्या हुआ

केके पांडेय

25 May 2024 (अपडेटेड: 25 May 2024, 07:52 PM)

UP News: छठे चरण में उत्तर प्रदेश की अंबेडकरनगर लोकसभा सीट पर भी चुनाव हुए. ये सीट भी काफी चर्चाओं में बनी हुई थी. इस सीट से भाजपा ने रितेश पांडेय को चुनावी मैदान में उतारा था तो वही समाजवादी पार्टी ने लाल जी वर्मा को टिकट दिया था. दूसरी तरफ बसपा ने इस सीट पर मुस्लिम कार्ड चलते हुए कमर हयात अंसारी को अपना उम्मीदवार बनाया था.

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UP News: छठे चरण में उत्तर प्रदेश की अंबेडकरनगर लोकसभा सीट पर भी चुनाव हुए. ये सीट भी काफी चर्चाओं में बनी हुई थी. इस सीट से भाजपा ने रितेश पांडेय को चुनावी मैदान में उतारा था तो वही समाजवादी पार्टी ने लाल जी वर्मा को टिकट दिया था. दूसरी तरफ बसपा ने इस सीट पर मुस्लिम कार्ड चलते हुए कमर हयात अंसारी को अपना उम्मीदवार बनाया था. अब जब अंबेडकरनगर लोकसभा सीट पर वोटिंग हो गई है तो UP Tak ने अंबेडकरनगर के पत्रकारों से खास बात की और जानना चाहा कि आखिर अंबेडकरनगर लोकसभा सीट पर क्या होने जा रहा है?  

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अंबेडकरनगर के पत्रकारों ने बताया

UP Tak से बात करते हुए अंबेडकर नगर के एक पत्रकार ने बताया, यहां असली मुकाबला सपा और भाजपा के बीच है. यहां अच्छी वोटिंग हुई है. यहां भाजपा और सपा में कड़ा मुकाबला है. इन दोनों के बीच ही मुकाबला टक्कर का होने जा रहा है. यहां जो भी जीते, जीत-हार का अंतर काफी हम होने जा रहा है.

‘अंबेडकरनगर था बसपा का गढ़ मगर अब हो गई यहां से गायब’

पत्रकार अखिलेश तिवारी ने कहा, पहली बार ऐसा हुआ है कि बसपा का गढ़ माने जाने वाले अंबेडकरनगर से बसपा गायब हो गई. चुनाव में कही दिखाई ही नहीं दी. इसलिए यहां मुख्य मुकाबला सपा और भाजपा के बीच ही रहा. अखिलेश तिवारी ने आगे कहा, बसपा ने यहां मुस्लिम उम्मीदवार उतारा था. मगर ज्यादातर मुस्लिम वोट सपा को ही गया. इसी के साथ दलितों का भी आधा वोट सपा को ही गया. इसलिए यहां सपा और भाजपा में से कोई भी जीत सकता है.

‘ग्रामीण क्षेत्रों में सत्ता परिवर्तन की सोच दिखी’

पत्रकार रामसकल यादव ने बताया, यहां मुख्य मुकाबला सपा और भाजपा के बीच ही बना हुआ है. बसपा फाइट में नहीं है. इस बार ग्रामीण क्षेत्र की जनता का रूझान सत्ता परिवर्तन को लेकर था. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में गठबंधन ज्यादा चला है. दूसरी तरफ शहरी मतदाता भाजपा की तरफ नजर आए. यहां दोनों दलों के बीच दिलचस्प टक्कर है.

‘50-50 है मुकाबला’

पत्रकार अनिरूद्ध सिंह ने बताया, अंबेडकर नगर में वोटिंग इस बार काफी अच्छी हुई है. यहां कोई नहीं कह सकता कि वह जीत रहा है, क्योंकि दोनों के बीच कांटे का मुकाबला हुआ है. दोनों प्रत्याशी 50-50 पर हैं.

‘दलित-मुस्लिम सपा के साथ गया’

अंबेडकर नगर के एक पत्रकार ने UP Tak को बताया, यहां दलित और मुस्लिम का ज्यादातर वोट सपा के साथ गया है. इसके बाद दलित वोट बीजेपी और बसपा में गया है. यहां दलित वोटर्स का फैक्टर है. वह जिसके साथ ज्यादा गया होगा, उसे चुनाव में लाभ हो सकता है. दूसरी तरफ सपा उम्मीदवार लाल जी वर्मा पुराने बसपाई रहें है. ऐसे में दलित समाज में उनकी पैठ मजबूत है, लेकिन रितेश पांडेय भी पहले बसपाई रहे है. ऐसे में दोनों ने दलित वोट बैंक में सेंध मारने की पूरी कोशिश की है. इसलिए मुकाबला कांटे का है.

(इस खबर को हमारे साथ इंटर्न कर रहे अमित पांडेय ने एडिट किया है)
 

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