Ayodhya Ram Mandir News: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के चीफ मोहन भागवत समेत 10 हजार से अधिक गणमान्य लोग शामिल होंगे. इस बीच अयोध्या में मंदिर निर्माण और बाकी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का काम तेजी से चल रहा है. पीटीआई-भाषा की एक रिपोर्ट के मुताबिक अयोध्या में 25 हजार तीर्थयात्रियों की क्षमता वाला एक तीर्थयात्री सुविधा केंद्र (PFC) तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा भी दूसरी सुविधाओं पर मेगा स्तर पर काम किया जा रहा है.
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श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर और आसपास की विशेषताओं को लेकर खास जानकारी शेयर की है. इसके मुताबिक तीर्थयात्रियों के लिए जो PFC बनाया जा रहा है, उसमें उनके लिए मेडिकल यानी चिकित्सा की व्यवस्था भी होगी. इसके अलावा उनके लिए यहां लॉकर सुविधा भी होगी. मंदिर परिसर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, आग लगने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए पानी का प्लांट और अलग से बिजली का उपकेंद्र होगा.
स्वदेशी तकनीक से बन रहा है मंदिर
ट्रस्ट के मुताबिक अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके निर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष बल है. 70 एकड़ क्षेत्र में मंदिर परिसर फैला तो है, लेकिन इसके 70 फीसदी हिस्से को हरा-भरा रखा गया है. पारंपरिक नागर शैली में बन रहे इस मंदिर की लंबाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है. तीन मंजिले मंदिर की हर मंजिल 20 फीट ऊंची है. मंदिर में 392 खंभे और 44 दरवाजे हैं.
इतनी मजबूत है नींव!
मंदिर की नींव को रोलर-कॉम्पैक्ट कंक्रीट (आरसीसी) की 14 मीटर मोटी परतों से बनाया गया है. एक तरह से ये आर्टिफिशियल चट्टान जैसी ही है. इस मंदिर की आयु 1000 वर्षों से ज्य़ादा बताई जा रही है.
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