UPSC Civil Services Result 2023 : लंबे इंतजार के बाद यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2023 का रिजल्ट जारी कर दिया है. यूपीएससी सीएसई 2023 रिजल्ट में 1143 वैकेंसी के मुकाबले 1016 के चयन की लिस्ट जारी की गई है. बता दें कि इस परीक्षा में उत्तर प्रदेश के परीक्षार्थियों ने कमाल किया है. लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव (Aditya Srivastava) ने देश की सबसे कठिन यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में टॉप कर IAS बन गए हैं. वहीं गोरखपुर की नौशीन ने ऑल इंडिया रैंक में 9वां स्थान हासिल किया है.
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नौशीन ने हासिल किया 9वां स्थान
बता दें कि UPSC परीक्षा में गोरखपुर की नौशीन ने ऑल इंडिया रैंक में 9वां स्थान हासिल कर अपने मां-बाप के साथ शहर की भी मान बढ़ाया है. यूपी तक से बात करते हुए नौशीन ने बताया कि,' यह जो मुकाम हासिल हुआ है, इसमें मेरे मम्मी और पापा के साथ हमारे इंस्टीट्यूट और अन्य लोगों का काफी सहयोग है. मैं सभी को धन्यवाद देता हूं. उन्होंने आगे कहा कि, 'मैंने जैसे ही अपनी रैंक के बारे में सुना तो ऐसा लगा मानो मेरी खुशी का कोई ठीकाना ही नहीं है. उस पल को मैं शब्दों में नहीं बता सकती. मैं देश के लिए काफी कुछ करना चाहती हूं.'
पिता ने कही ये बात
वहीं बेटी की सफलता पर मां जेबा खातून और पिता अब्दुल कयूम काफी खुश नजर आए. यूपी तक से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, 'हमने जो सपना देखा था आज वह पूरा हो गया है. मुझे उम्मीद थी कि एक न एक दिन जरूर है.' उन्होंने आगे बताया कि मेरी बेटी के अंदर पढ़ने की काफी ललक थी. इसके पढ़ने की ललक को देखकर ही हमसब को लग गया था कि नौशीन एक दिन सबका नाम रौशन करेगी.,
बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC)ने मंगलवार को सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन-2023 का रिजल्ट जारी कर दिया. 1016 कैंडिडेट्स इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS), इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) और इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) के लिए चुने गए हैं. इस रिजल्ट में 180 लोग IAS के लिए चयनित हुए हैं और 200 लोग IPS बनेंगे. इसमें गोरखपुर की नौशीन ने नौवा स्थान हासिल किया है.
घर पर लगा लोगों का तांता
बता दें कि नौशीन के पिता अब्दुल कयूम के तीन बच्चे हैं . अब्दुल कयूम आकाशवाणी में कार्यरत हैं. बड़ा बेटा यूनियन बैंक में कार्यरत है, वहीं दूसरे नंबर पर बेटी है, जो एलआईसी में कार्य करती है. नौशीन घर की सबसे छोटी बेटी है. नौशीन के पिता मूल रूप से गोरखपुर जिले के कुशीनगर के पटेरवा के रहने वाले हैं. वह गोरखपुर जिले में कई वर्षो से रहते हैं. यही रहकर बच्चों की पढ़ाई लिखाई हुई और यह मुकाम उन्हें मिला. फिलहाल उनके घर पर लोगों का बधाई देने का तांता लगा हुआ है.
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