किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में कर्मचारी परिषद के उपाध्यक्ष अतुल उपाध्याय ने अपना इस्तीफा दे दिया है. अतुल उपाध्याय ने इस्तीफा देने की वजह कर्मचारी परिषद का कार्यकाल समाप्त होना बताया है और इसको लेकर कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष और महामंत्री को अपना त्यागपत्र भेजा दिया है.
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कर्मचारी नेता अतुल उपाध्याय का वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर 2 साल पूरे हो गए थे. 28 मई को ही उनका परिषद का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. उनका कहना है कि ऐसे में अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए उन्होंने उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया. अतुल उपाध्याय ने अपील करते हुए कहा कि,कर्मचारी हित में परिषद का चुनाव बिना देरी से कराया जाए.
KGMU का इतिहास जानिए
तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स किंग जॉर्ज पंचम ने 1906 में इसकी नींव डाली थी. पहले इस कॉलेज की डिग्री इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के जरिए जाती थी. 1921 में इसे लखनऊ यूनिवर्सिटी को ट्रांसफर कर दिया गया. 2002 में यूपी में बीएसपी सुप्रीमो मायावती की सरकार में इसे विश्वविद्यालय का दर्जा दिया. तब उन्होंने इसका नाम छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी कर दिया. बाद में अक्टूबर 2023 में मुलायम सिंह यादव की सरकार में इसका नाम किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) किया गया.
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