उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बंथरा इलाके में सोमवार को हुई युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. साइको किलर युवक ने सरोजनी नगर के गहेरु इलाके में रहने वाली युवती की गला दबाकर हत्या की थी. पुलिस के अनुसार, रेप के प्रयास में आरोपी ने इस वारदात को अंजाम दिया है. 5 साल पहले आरोपी जब नाबालिग था तब उसने एक 7 साल की बच्ची की रेप के बाद इसी तरह हत्या कर दी थी. बाल सुधार गृह से छूटने के बाद उसने दोबारा ऐसी घटना को अंजाम दिया है.
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क्या है पूरा मामला?
सोमवार को सरोजनी नगर के गहेरु इलाके में रहने वाली 24 वर्षीय मोनी कश्यप कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र से नर्सिंग का कोर्स पूरा करने के बाद नौकरी की तलाश में थी. सोमवार को उसकी ट्रेनिंग का आखिरी दिन था और वह वहां पर प्रमाण पत्र लेने गई थी.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, दोपहर बाद मोनी कश्यप बंथरा से अपने घर गहेरु जाने के लिए राम प्रताप के रिक्शा में बैठी थी. 22 वर्षीय रामप्रताप ने अपने गांव के पास ही रिक्शा एक सुनसान इलाके की तरफ मोड़ दिया और कहा कि वहां उसके परिचित रहते हैं, जो उसकी नौकरी दिलाने में मदद करेंगे. रास्ते में राम प्रताप ने ई-रिक्शा खराब होने का बहाना बनाया. जैसे ही मोनी उसके ई-रिक्शा से उतरी वह उसको जबरन जंगल में ले गया और उसके साथ कथित तौर पर रेप का प्रयास करने लगा. जैसे ही मोनी चीखने चिल्लाने लगी तो आरोपी राम प्रताप ने गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस पूछताछ में रामप्रताप ने यह पूरी कहानी बताई.
पुलिस के अनुसार, राम प्रताप ने 16 साल की उम्र में भी एक 7 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. तब वह नाबालिक था, जिसकी वजह से उसे बाल सुधार गृह भेजा गया. बाल सुधार गृह से छूटने के बाद दोबारा उसी पैटर्न पर हत्या की है.
एसीपी कृष्णा नगर के अनुसार राम प्रताप मानसिक रूप से विकृत है. शुरुआती पड़ताल में पता चला है कि घटना को राम प्रताप ने अकेले ही अंजाम दिया था, लेकिन परिजनों ने आशंका जताई कि तीन से चार अन्य लोग भी शामिल थे, तो पुलिस फिलहाल तफ्तीश कर रही है.
वहीं, रेप के प्रयास में की गई हत्या में रेप या गैंगरेप की आशंका नहीं है. पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है,फिलहाल मुख्य आरोपी रामप्रताप को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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