Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से चौंका देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठा दिए हैं. आपको बता दें कि यहां राज भवन के पास उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के घर के पास महिला ने बीच सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया है. स्वास्थ्य मंत्री के घर के बाहर जिस तरीके से महिला ने बच्चे को जन्म दिया है, उससे सियासत तेज हो गई है. विपक्षी दलों द्वारा इसे शर्मनाक बताया गया है और प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं.
ADVERTISEMENT
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, गर्भवती महिला रिक्शा से अस्पताल जा रही थी. तभी उसे अचानक दर्द होने लगा. इस दौरान सड़क से गुजर रही महिलाओं ने ही महिला का प्रसव करवाया. बता दें कि महिला के बच्चे की मौत हो चुकी है. महिला को फौरन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. अब इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया है.
सवाल उठ रहा है कि आखिर इतने हाई प्रोफाइल एरिया में ये सब होता रहा और वहां महिला की मदद के लिए कोई एंबुलेंस नहीं आई? बता दें कि महिला के बच्चे की मौत हो गई है.
डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री के घर के सामने ही दिया बच्चे को जन्म
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, रूपा सोनी नाम की महिला 8 महीने की गर्भवती थी. वह अपने पति बृजेश के साथ रिक्शे से अस्पताल जा रही थी. इस दौरान उन्हें प्रसव पीड़ा हुई और सड़क पर ही बच्चे का जन्म हुआ. बच्चे की मौत हो चुकी है.
महिला को गवर्मेंट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. अस्पताल के सीएमएस निवेदिता का कहना है कि नवजात की मौत हो गई है तो वहीं पेशेंट का इलाज किया का जा रहा है. इस पूरे मामले पर उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रिजेश पाठक का कहान है कि मामले का संज्ञान लिया जा रहा है.
ये ही है सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था की असल हकीकत- शिवपाल
आपको बता दें कि अब इस मामले को लेकर विपक्षी राजनीतिक दल योगी सरकार पर हमलावर हो गए हैं. सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट करके योगी सरकार को घेरा है.
चाचा शिवपाल ने ट्वीट किया, “सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था अपने लाख विज्ञापनों व दावों के बावजूद वेंटिलेटर पर है. एम्बुलेंस न मिलने पर रिक्शे से अस्पताल जा रही गर्भवती महिला को राज भवन के पास सड़क पर प्रसव के लिए मजबूर होना पड़े तो यह पूरी व्यवस्था के लिए शर्मनाक व सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था की असल हकीकत है.”
ADVERTISEMENT