मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद अब आजमगढ़ का अरविंद यादव गायब! घरवालों ने पुलिस को लेकर ये कहा

राजीव कुमार

10 Sep 2024 (अपडेटेड: 10 Sep 2024, 04:48 PM)

मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद आजमगढ़ के अरविंद यादव के गायब होने की खबर आई है. घरवालों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जानिए पूरा मामला.

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Mangesh Yadav Encounter News Updates: बीते दिनों सुल्तानपुर के ज्वैलरी शॉप में हुई डकैती के बाद इसके आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर का मामला गरमाया हुआ है. इस बीच इसी केस से जुड़ा एक सनसनीखेज दावा आजमगढ़ से सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में फरार 9 और आरोपियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. इसमें से एक आरोपी आजमगढ़ का अरविंद यादव भी है. अरविंद यादव के घरवालों ने पुलिस पर ऐसा आरोप लगाया है, जिसे लेकर बवाल होना तय माना जा रहा है. पुलिस का दावा है कि अरविंद फरार है, जबकि घरवाले कुछ और कहानी बता रहे हैं. 

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कौन है अरविंद यादव? 

सुल्तानपुर लूट कांड में फरार जिन 9 आरोपियों पर पुलिस ने एक-एक लाख का इनाम भी घोषित कर रखा है, उनमें अरविंद यादव नाम का व्यक्ति भी है. अरविंद आजमगढ़ जिले के फूलपुर थाना अंतर्गत चमड़ा डीह गांव का रहने वाला है. पुलिस के मुताबिक उन्हें अरविंद की तलाश है, लेकिन यूपी Tak जब इसके गांव औऱ घर पहुंचा तो अलग ही कहानी नजर आ रही है. 

'एक हफ्ते पहले ही अरविंद को उठा चुकी पुलिस, तो कहां है वो?'

अरविंद यादव के परिजनों ने चौंकाने वाला दावा किया है. परिवार के लोगों ने बताया कि एक हफ्ते पहले अरविंद यादव को पुलिस ने घर से बुलाकर सुल्तानपुर के थाने में रख लिया. परिवार के लोग जब वहां पहुंचे, तो उनसे अरविंद की मुलाकात हुई है,लेकिन पुलिस ने कोई बातचीत नहीं करने दिया. पुलिस की तरफ से फरार  बताए जा रहे अरविंद यादव के बच्चों का कहना है कि जैसे उनके पिता को उठाया गया है, उन्हें डर है कि कहीं उनका भी एनकाउंटर ना हो जाए. परिवार का दावा है कि अरविंद का इस घटना से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है. 

वारदात के दिन घर पर कर रहा था खेती का काम!

परिवार का दावा है कि लूट की वारदात जिस दिन की है उस दिन अरविंद घर पर रहकर खेती किसानी का काम कर रहा था. पुलिस ने उन पर झूठा आरोप लगाया है. परिजनों की मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए और झूठे आरोपों से बरी किया जाए. इस पूरे प्रकरण पर स्थानीय पुलिस से जब  पूछताछ की गई तो कैमरे पर कोई भी अधिकारी इस घटना के बारे में कुछ बताने से बच रहा है. उनका कहना है कि उन लोगों के संज्ञान में ऐसा कुछ नहीं है. 

आपको बता दें कि सुलतानपुर जिले में पिछले महीने 28 अगस्त को एक सर्राफा व्यवसायी की दुकान से करीब डेढ करोड रुपये के जेवरात लूटे जाने के मामले में पुलिस ने मंगेश यादव समेत अन्य कई को आरोपी बनाया. इस बीच 4 सितंबर को मुख्य आरोपी विपिन सिंह ने रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर दिया. बाद में मंगेश की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था. लेकिन यूपी एसटीएफ ने पांच सितंबर को मंगेश को एक मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था. 

 

 

मंगेश के अलावा फुरकान, अरबाज, विनय शुक्ला, अंकित यादव, अजय यादव, अरविंद यादव, विवेक सिंह, अनुज प्रताप सिंह और दुर्गेश प्रताप सिंह पर इनाम का ऐलान है. 

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