इंपैक्ट फीचर: 22 पुरस्कार हासिल करने वाली शॉर्ट फिल्म ‘प्रल्हाद’ यूट्यूब पर हुई लॉन्च

यूपी तक

• 10:12 AM • 05 Sep 2022

स्वर्गीय प्रल्हाद पी. छाबरिया के जीवन पर आधारित शॉर्ट फिल्म ‘प्रल्हाद‘ सभी दर्शकों के लिए यूट्यूब पर लॉन्च गई है. 1 सितंबर 2022 को YouTube…

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स्वर्गीय प्रल्हाद पी. छाबरिया के जीवन पर आधारित शॉर्ट फिल्म ‘प्रल्हाद‘ सभी दर्शकों के लिए यूट्यूब पर लॉन्च गई है. 1 सितंबर 2022 को YouTube चैनल हमारा मूवी पर रिलीज हुई ये फिल्म प्रल्हाद छाबरिया की आत्मकथा ‘There’s No Such Thing as a Self-Made Man’ का रूपांतरण है. फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज के समर्थन से इस फिल्म को Schbang Motion Pictures ने निर्मित किया है. फिल्म प्रल्हाद फिनोलेक्स ग्रुप की नींव की कहानी बताती है और भारतीय औद्योगीकरण की प्रारंभिक क्रांति में श्री प्रल्हाद पी. छाबरिया की आंत्रेप्रेन्योरशिप की सफलता की यात्रा पर प्रकाश डालती है.

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बता दें कि फिल्म को नेशनल और इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स पर जमकर सराहना मिल रही है. अबतक इस फिल्म ने कई अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में 22 पुरस्कार जीते है. अवार्ड्स की लिस्ट में Prague International Film Festival, लंदन फिल्म एंड टेलीविजन फेस्टिवल और मॉस्को इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल जैसे बड़े नाम शामिल है. प्रल्हाद पी. छाबरिया की भूमिका निभाने वाले अभिनेता ऋत्विक सहोर (‘लाखोन में एक’ से प्रसिद्ध) हैं, इसमें आबिद शमीम, अन्नपूर्णा सोनी, मनोज जोशी, भार्गवी चिरमुले और चिनमय दास जैसे अन्य कलाकार भी सहायक भूमिकाओं में हैं.

1945 के दौर को दर्शाती हुई इस फिल्म की कहानी एक 14 वर्षीय लड़के की है, जिसपर पिता की मृत्यु के बाद पूरे घर- परिवार की ज़िम्मेदारी आ जाती है. शर्ट की जेब में 10 रुपये लिए ये 14 वर्षीय लड़का ट्रेन से अपनी जिंदगी के सफर पर निकल जाता है. रास्ते में उसके जेब से वो 10 रुपये भी गायब हो जाते हैं. कैसे वो उस दस के नोट को वापस पाता है और कैसे सच्चाई और ईमानदारी के दम पर 10 हजार करोड़ की कंपनी फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज को खड़ा करता है, फिल्म इन्हीं सब पहलुओं के इर्द-गिर्द घूमती है.

जिन लोगों की आंखों में कुछ करने का सपना है, प्रल्हाद छाबरिया की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है. कैसे अपनी सूझबूझ और समाज के कल्याण के साथ तरक्की की जा सकती है, फिल्म प्रल्हाद इसका जीवंत उदाहरण है.

स्वर्गीय प्रल्हाद छाबरिया के पुत्र श्री प्रकाश पी. छाबरिया ने YouTube पर फिल्म के सफल लॉन्च पर अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा,

“हमें उम्मीद है कि यह फिल्म इंडियन आंत्रेप्रेन्योरशिप की वैल्यू के साथ बिज़नेस की शुरुआत करने वाले सभी आंत्रेप्रेन्योर्स को प्रेरित करेगी. हमारे संस्थापक स्वर्गीय श्री प्रल्हाद पी. छाबरिया इसका प्रमाण हैं और यह कहानी उन मूल्यों को बहुत ही प्यारे ढंग से दर्शाती है.”

प्रकाश पी. छाबरिया

प्रल्हाद के प्रोड्यूसर और Schbang Motion Pictures के संस्थापक हर्षिल करिया ने भी फिल्म को लेकर कहा, “हम लगातार अच्छी कहानियों की तलाश में रहते हैं, ऐसी कहानिया जो मानवता और मेहनत दोनों को मिसाल पेश करती है. Schbang Motion Pictures ने खुद फिनोलेक्स के संस्थापक श्री पी. प्रल्हाद छाबरिया के जीवन से प्रेरणा पाई है. हालांकि उनका जीवन एक फीचर फिल्म के लायक है, हम अपनी शॉर्ट फिल्म- ‘प्रल्हाद’ के माध्यम से इस एक घटना को दुनिया के साथ साझा करते हुए खुश हैं. उन्होंने जो कंपनी बनाई है वह इंडियन आंत्रेप्रेन्योर्स के लिए प्रेरक और अध्ययन के लायक है.”

फिनोलेक्स ने 1981 से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्रदान करके भारत के कृषि प्रयासों, प्लंबिंग और स्वच्छता में देश के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. बेहतर इंजीनियरिंग में प्रल्हाद पी. छाबरिया का विश्वास और बोर्ड भर के लोगों के साथ संबंध बनाने की उनकी क्षमता के साथ और फिनोलेक्स को भारतीय उद्योग में सबसे सम्मानित नामों में से एक बना दिया है।

900 से अधिक डीलरों और 21,000 रिटेल टच पॉइंट्स के साथ, दिवंगत संस्थापक ने एक परिवार बनाया है जो आज फिनोलेक्स के प्रोडक्ट्स के प्रति वफादार उपभोक्ताओं की सेवा करने के लिए हमेशा आगे रहते है. स्वर्गीय प्रल्हाद छाबड़िया अपने समय के सबसे उल्लेखनीय परोपकारी लोगों में से एक थे. उन्होंने वंचितों के लिए चिकित्सा सहायता, शिक्षा और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में सक्रिय मुकुल माधव फाउंडेशन एंड होप फाउंडेशन और रिसर्च सेंटर की स्थापना की. यह फिल्म न केवल दर्शकों को उनके उद्यमशीलता कौशल की सवारी पर ले जाती है, बल्कि एक मिलियन-डॉलर के साम्राज्य के निर्माण के विचार का प्रचार भी करती है.

(यह इंपैक्ट फीचर प्रचार-प्रसार विभाग के सौजन्य से प्रकाशित किया गया है.)

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