Bareilly News: बरेली के प्राचीन गंगा महारानी मंदिर को कब्जा मुक्त कर दिया गया है. शनिवार सुबह प्रशासन और पुलिस फोर्स की टीम ने मौके पर पहुंचकर मंदिर में अवैध रूप से रह रहे मुस्लिम परिवार को कब्जा छोड़ने के लिए नोटिस दिया. इसके बाद परिवार के लोगों ने अपने सामान को बाहर निकाला. आरोप है कि पिछले 250 सालों से मुस्लिम समाज के लोगों ने इस मंदिर पर कब्जा किया हुआ था. चौकीदार वाजिद अली के परिवार के लोग इस मंदिर में अवैध रूप से रह रहे थे. पिछले 40 सालों से मंदिर में पूजा पाठ बंद है. मंदिर के वंशज ने इस पूरे मामले में कानूनी लड़ाई लड़ी, जिसके बाद लोगों ने कब्जा छोड़ा.
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पुलिस की मौजूदगी में निकाला गया सामान
शुक्रवार को जुम्मे का दिन होने की वजह से इलाके में कानून व्यवस्था ना बिगड़े, उसको लेकर पुलिस-प्रशासन ने भी सतर्कता दिखाई. इलाके में भारी पुलिस फोर्स के साथ कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और पुलिस फोर्स की मौजूदगी में मंदिर को कब्जा मुक्त कराया गया.
मंदिर की छत से उतर गया इस्लामिक झंडा
गंगा महारानी मंदिर की छत पर इस्लामी झंडा भी लगा हुआ था. नोटिस चस्पा हो जाने के बाद हिंदू संगठन के पदाधिकारी ने मंदिर की छत पर लगे इस्लामी झंडे को सम्मान पूर्वक उतारा और मुस्लिम समाज को लोगों को सम्मानपूर्वक सौंप दिया. झंडा उतारने के बाद हिंदू संगठन के लोगों ने केसरिया झंडा मंदिर पर लगा दिया.
मंदिर के वंशज राकेश सिंह ने कहा, "मैं काफी समय से लिखा पड़ी कर रहा था. सभी अधिकारियों से शिकायत की. अधिकारियों ने मेरे पेपर सत्य माने. इसलिए उन्होंने मंदिर खाली कराने के लिए आदेश कर दिया. मंदिर अब खाली हो रहा है. 40 साल बाद मुझे इस मंदिर में घुसने का मौका मिलेगा. मालिक होने के बाद भी मुझे इस मंदिर में घुसने नहीं देते थे."
पुलिस ने ये बताया
एसपी सिटी ने कहा, "बरेली में थाना किला क्षेत्र में अंतर्गत बाकरगंज में श्री गंगा महारानी मंदिर के नाम से जाना जाता है. काफी समय से कथित चौकीदार वहां पर काबिज था. लोग स्वेच्छा से कब्जा खाली करके वहां से जा रहे हैं. मौके पर फोर्स मौजूद है."
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