जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूरी सरकार देश में 100 करोड़ वैक्सीन लगाने का जश्न मना रही है, तो वहीं उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के मियागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से ‘फर्जी’ वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट जारी करने का मामला सामने आया है. खबर है कि यहां बिना वैक्सीन लगे ही लाभार्थियों के पास दूसरी डोज लग जाने का मैसेज पहुंच गया. लाभार्थियों ने इसकी शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) समेत जिलाधिकारी से की है.
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जिन्हें वैक्सीनेशन का फर्जी सर्टिफिकेट मिला, उन्होंने क्या कहा?
पहली डोज लगवा चुके उमेश चंद्र नामक शख्स ने बताया कि उन्हें सात नवंबर को वैक्सीन की दूसरी डोज लगनी थी, पर अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनके मोबाइल पर दूसरी डोज लगने का मैसेज आ गया. उन्होंने बताया कि उनके साथ-साथ उनके भतीजे को भी दूसरी डोज लगने का मैसेज भेज दिया गया, जबकि उन्हें भी डोज नहीं लगी है. बकौल उमेश चंद्र, उन्होंने मामले की शिकायत सीएमओ और जिलाधिकारी से की है.
वहीं, भूपतिखेड़ा निवासी पूनम नामक महिला ने बताया कि उन्हें भी वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगी है, फिर भी उन्हें वैक्सिनेशन कंप्लीट होने का मैसेज आ गया है. उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया.
मामले में सीएमओ ने क्या बताया?
सीएमओ सत्य प्रकाश ने बताया, “मियागंज का यह मामला मेरे संज्ञान में आया था कि 2 लाभार्थियों को टीकाकरण का मैसेज गया जबकि उनको टीका नहीं लगा था. मैं परसों खुद मियागंज गया था. छानबीन में पता चला कि शायद नंबर गलत फीड होने की वजह से उनके पास गलत मैसेज चला गया. दोनों लाभार्थियों को दूसरी डोज लगाई जाएगी.”
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