उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस वक्त बुखार का कहर देखने को मिल रहा है. इन्हीं जिलों में से एक महाराजगंज भी है. यहां जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी और पीएचसी में सात दिन में बुखार से पीड़ित दो हजार से ज्यादा मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ है. इन मरीजों में बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हैं.
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हालात ऐसे हो गए हैं कि जिला अस्पताल के एसएनसीयू वॉर्ड में एक बेड पर चार-चार बच्चे भर्ती दिखे हैं. ऐसे में अब बच्चों के लिए बेड मिलना मुश्किल हो रहा है. यहां बच्चों में बुखार के साथ-साथ निमोनिया, डायरिया और सांस फूलने की समस्याएं भी तेजी से बढ़ रही हैं.
मरीजों के बढ़ने से अस्पताल की व्यवस्था लड़खड़ा सी गई है. लोग अपने बच्चों के नेबुलाइजेशन के लिए इंतजार करते दिख रहे हैं. बता दें कि फेफड़ों तक दवा पहुंचाने के लिए नेबुलाइजर का प्रयोग किया जाता है.
जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक एके रॉय का कहना है, ”इस समय मरीज बढ़ गए हैं जिसके कारण अव्यवस्था पैदा हो गई है.”
स्टाफ नर्स नादरा खातून ने बताया, ”हमारे यहां एसएनसीयू वॉर्ड में 20 बेड हैं. 5 बेड के उपकरण खराब हैं, 15 ही सही हैं.” उन्होंने बताया कि बीमार बच्चों की संख्या बढ़ने की वजह से एक बेड पर कई बच्चों को लिटाना पड़ा है.
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