Prayagraj Student Protest News : राजधानी दिल्ली के बाद शिक्षा को लेकर दूसरे स्थान पर कोई शहर आता है तो वह है उत्तर प्रदेश का प्रयागराज. दिल्ली की ही तरह प्रयागराज में भी हजारों की तादाद में छात्र अपना भविष्य को संवारने आते हैं. वहीं पिछले कुछ दिनों से प्रयागराज के छात्र, अपनी मांगों को लेकर सड़क पर हैं. अपने सपने को सच करने के लिए छात्र किसी भी हालत में रहकर यहां पढ़ाई करते हैं और अब उन्हें परीक्षा को लेकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है. प्रयागराज में छात्र किन हालातों में रहकर पढ़ाई करते हैं, ये जानने के लिए के लिए यूपी तक पहुंचा कुछ छात्रों के पास.
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छात्रों का दर्द
वहीं, प्रतियोगी छात्र शुभम ने यूपी तक से बात करते हुए बताया कि हम लोग घर से प्रयागराज सरकारी अफसर बनने का सपना लेकर आते हैं, लेकिन यहां आने के बाद भी पढ़ाई का ठीक माहौल नहीं मिल पाता है. यहां पर कोचिंग की फीस कमरे का किराया ऊपर से लाइब्रेरी में पढ़ने की फीस का भार काफी ज्यादा हो जाता है.
प्रयागराज में इस तरह रहते हैं छात्र
बता दें कि शुभम, एक कमरे को रेंट पर लेकर पढ़ाई कर रहे हैं. शुभम ने बताया कि इस छोटे से कमरे में दो लोग रहते हैं. इसी कमरे में ही उन्होंने किचन भी बना रखा है. शुभम ने आगे बताया कि, इस छोटे से कमरे में रहने में बहुत मुश्किल होता है पर घर वालों से ज्यादा पैसे भी नहीं मांग सकते क्योंकि वो पहले से ही अपनी क्षमता से ज्यादा दे रहे हैं. इन सब संघर्षों के बाद हमें अब आयोग से भी अपनी परीक्षा को लेकर सड़क पर उतरना पड़ रहा है. कम से कम आयोग को ये चाहिए कि छात्रों को उनके फैसले से कोई दिक्कत ना हो. हमें सारी समस्याओं का सामना करते हुए अब प्रदर्शन भी करना पड़ है. आयोग को PCS के एग्जाम की तरह RO/ARO की परीक्षा भी एक शिफ्ट में करानी चाहिए.
बता दें कि सरकार के फैसले के बाद भी प्रयागराज में हजारों की संख्या में छात्र उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन में डटे हुए हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने पीसीएस परीक्षा के लिए तो एक दिन, 'एक पाली कर दिया है. लेकिन RO/ARO परीक्षा के बारे में कमेटी बनाने को कही है. अभी कैसी कमेटी होगी और एग्जाम एक पाली में होगा कि नहीं, अभी तक क्लियर नहीं है. सरकार पहले क्लियर करें कि RO/ARO कब होगा और कमेटी क्या डिसाइड करेगी, तब तक धरना प्रदर्शन पर अभ्यर्थी ऐसे ही बने रहेंगे.'
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