लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मारे गए किसानों को रामपुर के किसानों ने अनोखे अंदाज में श्रद्धांजलि दी. रामपुर के बिलासपुर तहसील क्षेत्र में किसानों ने अपने खेतों में मोमबत्तियां जलाकर मृतक किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
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श्रद्धांजलि करने के बाद किसान दुर्लब सिंह ने यूपी तक को बताया कि लखीमपुर खीरी में हमारे किसान शहीद हुए हैं. उनकी शहादत को याद करते हुए हमने उन्हें अपने खेतों में श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने कहा, “जानबूझकर मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल कर मारा, ताकि यह किसान आंदोलन कमजोर पड़ जाए और किसान डरकर पीछे हट जाए, लेकिन किसान पीछे नहीं हटने वाले हैं.”
वहीं, किसान जस्सा सिंह ने कहा, “लगभग 10 महीनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं. इसमें कई किसान शहीद हो गए. और अब लखीमपुर खीरी में भ्रष्टाचार सरकारी ने जानबूझकर अपनी गाड़ियों से कुचल कर हमारे किसानों को शहीद कर दिया है. मैं सभी मृतक किसानों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. हम आंदोलित किसानों को यही कहेंगे कि आप डटे रहिए. आपकी जरूर जीत होगी.”
बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चार किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए किसान 12 अक्टूबर को ‘शहीद किसान दिवस’ मनाएंगे. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने यह जानकारी दी है.
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘12 अक्टूबर को एसकेएम के आह्वान पर शहीद किसान दिवस मनाया जाएगा. लखीमपुर खीरी नरसंहार के शहीदों का ‘अंतिम अरदास’ तिकुनिया के साहेबजादा इंटर कॉलेज में होगा. इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं और श्रद्धांजलि सभा में हजारों किसानों के शामिल होने की उम्मीद है.’’ साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने 12 अक्टूबर की शाम आठ बजे अपने घरों के बाहर पांच मोमबत्तियां जलाने की अपील की है.
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