उत्तर प्रदेश के बांदा में एक बैठक के दौरान जिले के भाजपा विधायकों ने अपनी ही सरकार के अधिकारियों पोल खोल दी. शासन के निर्देश पर हर माह विभिन्न पार्टी के पदाधिकारियों और विधायकों के साथ एक बैठक होती है, जिसमें जिला प्रशासन के सभी अधिकारी डीएम, एडीएम आदि मौजूद रहते हैं, जिसकी बाकायदा अध्यक्षता डीएम करते हैं. इसी क्रम में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम अनुराग पटेल की अध्यक्षता में विभिन्न पार्टियों के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक सम्पन्न हुई.
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इसी बैठक में बीजेपी से नरैनी विधानसभा की महिला विधायक ओममणि वर्मा ने अपनी ही सरकार के अधिकारियों की पोल खोल दी. महिला विधायक ने डीएम से शिकायत करते हुए कहा कि मेरे क्षेत्र में निजी भूमि की आड़ में अवैध खनन किया जा रहा है और मेरे द्वारा खनिज अधिकारी दिनेश कुमार को फोन किया गया तो खनिज अधिकारी ने मेरा ही नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया. जिसपर DM ने खनिज अधिकारी को फटकार लगाते हुए कड़ी चेतावनी दी और भविष्य में दोबारा ऐसा न होने की हिदायत दी.
साथ ही महिला विधायक ने यह भी कहा कि तहसीलों में दाखिल खारिज के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है, प्रधानमंत्री आवास योजना में अवैध वसूली की जा रही है, जिसपर तत्काल कार्रवाई की जाए.
ओममणि वर्मा ने यह भी कहा,
पंचायत भवन में रोस्टर के मुताबिक, मीटिंग में बैठने वालों के नाम और नंबर दिवालों पर लिखवा दिए जाएं, ताकि आमजन को परेशान न हो.
ओममणि वर्मा
उन्होंने अपने क्षेत्र की अन्य समस्याओं के निस्तारण की भी मांग की. बीजेपी जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने नाराजगी जताते हुए सुधार करने के निर्देश दिए हैं और कहा कि इससे सरकार की छवि खराब हो रही है.
इसी प्रकार सदर से विधायक प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि पिछले 6 महीने से वन विभाग को लगातार कहा जा रहा है कि निम्नीपार क्षेत्र में एक पेड़ गिर गया है, अभी तक हटवाया नहीं गया. साथ ही वृक्षारोपण कराने का निर्देश दिया था, जो पूरा नही हो सका.
सदर विधायक ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना में अवैध धन उगाही की शिकायत डीएम से की है और जिले स्तर पर अधिकारियों से इस मामले की जांच कराने का अनुरोध किया है.
बैठक में डीएम अनुराग पटेल ने साफ कर दिया कि जिन अधिकारियों ने लापरवाही की है, उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी.
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