पत्नी का हलाला करवाने वाले शख्स के साथ हो जाता निकाह! बरेली की अस्मत इस्लाम छोड़ बनी नेहा

बरेली की रहने वाली अस्मत ने अपना घर छोड़ और परिवार वालों के खिलाफ जाकर सनातन धर्म अपना लिया है. अब अस्मत ने मुख्यमंत्री योगी, बरेली जिलाधिकारी और पुलिस से अपने कट्टरपंथी परिवार से सुरक्षा की गुहार लगाई है.

UPTAK
follow google news

Bareilly News: हर किसी लड़की का सपना होता है कि उसको प्यार करने वाला पति मिले. उसे ऐसा पति मिले जो उसकी देखभाल करे और उससे प्यार करे. जो उसकी भावनाओं को समझें और हर किसी परेशानी में उसका साथ दे. मगर बरेली की रहने वाली अस्मत का निकाह उसके परिजन एक ऐसे शख्स के साथ करवा रहे थे, जिसने अपनी पहली पत्नी के साथ वो सब किया था, जिससे किसी का भी दिल दहल जाए. ऐसे में अस्मत ने इस्लाम धर्म को त्याग कर हिंदू धर्म अपना लिया और अपना नाम नेहा रख लिया. 

यह भी पढ़ें...

अस्मत के मुताबिक, बचपन से ही उसकी आस्था भगवान शिव में थी. उसे हमेशा हलाला और तीन तलाक से डर लगा रहता था. अब उसने सनातन धर्म को अपना लिया है और अपना नाम नेहा रख लिया है. पेशे से शिक्षिका अस्मत का कहना है कि उसका परिवार काफी कट्टरपंथी है. उसने अपने परिवार के खिलाफ जाकर ये बड़ा फैसला लिया है. अस्मत का कहना है कि अब उसे उसके परिवार से जान का खतरा है. ऐसे में अस्मत ने अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बरेली जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है.

‘हलाला और तीन तलाक को लेकर बचपन से ही मन में डर था’

बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र की रहने वाली अस्मत यहां अपनी मां, बहन और बहनोई के साथ रहती थी. अस्मत के मुताबिक, वह बचपन से ही भगवान शिव को अपना आराध्य मानती थी और बचपन से ही सनातन संस्कृति की तरफ आकर्षित थी. 

अस्मत के मुताबिक, परिवार उसका निकाह एक ऐसे शख्स के साथ करवाने जा रहा था जो अपनी पहली पत्नी को तीन तलाक दे चुका था और फिर उसका हलाला भी करवा चुका था. अस्मत के मुताबिक, उसे परिवार का ये खराब फैसला कतई मंजूर नहीं था. ऐसे में उसने इस फैसले का विरोध किया और घर छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया. 

पेशे से शिक्षिका है अस्मत

अस्मत से नेहा बनी महिला के मुताबिक, वह बरेली की फाइक एन्क्लेव कॉलोनी की रहने वाली है. पिता असगर अली बीज विकास निगम में लेखाकार थे, जो अब इस दुनिया में नही हैं. नेहा ने आगे बताया, बरेली कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद अभी वह बीएड की पढ़ाई कर रही है. अध्यापन कार्य भी शुरू कर चुकी है. वह पढ़ी-लिखी और नौकरीपेशा है और अपना भला-बुरा अच्छे से जानती है. 

परिवार ने लिखवाई अपहरण की गलत रिपोर्ट 

बता दें कि अस्मत के परिजनों ने उसके सहकर्मी के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज करवाया है. अस्मत से नेहा बनी महिला के मुताबिक, उसके हिंदू धर्म अपनाने से उसका कट्टरपंथी परिवार भड़क गया है. ऐसे में उसके परिवार ने उसके सहकर्मी मोहित सिंह के खिलाफ पुलिस में अपहरण का झूठा केस दर्ज करवाया है. बता दें कि अब नेहा ने सीएम योगी आदित्यनाथ, बरेली डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर परिवार से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है. 

पुलिस ने क्या बताया?

इस बारे में जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी अनीता चौहान ने बताया, “इनकी मां की तरफ से तरफ से थाने में केस दर्ज करवाया गया था. मामले की जांच जारी है. वीडियो भी प्राप्त हुआ है. मामले की जांच पूरी गंभीरता के साथ की जा रही है.”

    follow whatsapp