महोबा: जिला अस्पताल में झाड़-फूंक का खेल, इमरजेंसी वार्ड में तांत्रिक कर रहे मरीज का इलाज

नाहिद अंसारी

• 01:23 PM • 31 Oct 2022

बुंदेलखंड के महोबा जिले में अजब-गजब नजारा देखने को मिला. यहां जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक तांत्रिक तंत्र-मंत्र से मरीजों का इलाज करता…

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बुंदेलखंड के महोबा जिले में अजब-गजब नजारा देखने को मिला. यहां जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक तांत्रिक तंत्र-मंत्र से मरीजों का इलाज करता देखा गया. इसके बाद अस्पताल में मौजूद लोगों का वहां मजमा लग गया. झाड़-फूंक से इलाज करने की घटना कैमरे में कैद हो गई. अब यह मामला लोगों में बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.

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झाड़-फूंक से इलाज करने की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. वहीं लोग भी डाक्टरों की कार्य क्षमता पर भी सवाल उठाने लगे कि आखिर क्यों मरीज सरकारी डॉक्टरों के इलाज पर भरोसा ना कर के तांत्रिको से झाड़ फूंक कराने पर ज्यादा यकीन कर रहे हैं.

महोबा जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में महिला का इलाज करने एक नहीं तीन-तीन तांत्रिक पहुँच गए और तीनो ने अपने मंत्रो के साथ झड़ फूंक कर के इलाज़ शुरू कर दिया. मगर बड़े हैरत की बात है कि खुलेआम जिला अस्पताल के वार्ड में झाड़फूक होती रही और जिम्मेदारों को इसकी भनक तक नहीं लगी. जिला अस्पताल में इलाज करने आया एक तांत्रिक गोरखा गांव निवासी लखनलाल बताता है कि वो गारंटी से इलाज करता है उसके पास रोजाना इलाज कराने मरीज आते है उसने जिला अस्पताल में महिला मरीज का इलाज किया है और दावा किया कि सौ फीसदी महिला ठीक हो जाएगी. वहीं दूसरे तांत्रिक संतोष कुमार पुजारी का दावा किया कि उसकी झाड़फूंक से बिच्छू काटे के दो मरीजों का उसने इलाज किया है और उन्हें आराम भी मिल गया. यहीं नहीं तांत्रिक बाबा ने मरीज को खाने के लिए दवा भी बताई है.

दरअसल आपको बता दें कि महोबा जिले के कुलपहाड़ अंतर्गत दरियार सिंह के खुड़ा निवासी गुलाब सिंह की 22 वर्षीय पुत्री संध्या यादव को कल खेत में कार्य करते समय बिच्छू ने काट लिया था. उसके परिजन इलाज के लिए जिला अस्पताल ले कर आए थे. वहीं चितइयन गांव का रामदास भी बिच्छू काटने का इलाज कराने अस्पताल पहुंचे थे.

वहीं डॉक्टरों के इलाज से फायदा नहीं मिला तो परिजनों ने तांत्रिको को जिला अस्पताल में बुलवा लिया. फिर तांत्रिको ने जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ही महिला संध्या और रामदास का झाड़ फूंक कर इलाज करना शुरू कर दिया था. अस्पताल में मौजूद दोनों मरीजों का इलाज करने एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन तांत्रिक बाबा पहुंचे. जहाँ एक तरफ तांत्रिक मरीजों का अस्पताल के अंदर इलाज कर रहे थे वहीँ ड्यूटी में तैनात डॉक्टर वरुण को इसकी भनक तक नहीं लगी. उनकी माने तो उन्हें नहीं पता कि अस्पताल में तांत्रिकों ने मरीज का इलाज किया है. यह पहला मौका नहीं है जब महोबा के जिला अस्पताल में तांत्रिको द्वारा मरीजों को झाड़ फूंक कर इलाज करने का मामला सामने आया है. इससे पहले भी इमरजेंसी वार्ड में महिला का तांत्रिक द्वारा इलाज करने का मामला सामने आ चुका है, मगर अबकी बार तीन तांत्रिक इमरजेंसी वार्ड में मरीज का इलाज करते देखे गए है.

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